लुधियाना-तरनतारन : आज पंजाब के इतिहासिक गांव काऊंके में खालसा पंथ की महान शख्सीयत सरबत खालसा द्वारा श्री अकाल तख्त साहिब नियुक्त किए गए जत्थेदार सिंह साहिब भाई गुरदेव सिंह काऊंके जी की शहादत के 25वी वर्षगांठ के अवसर पर ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फैडरेशन द्वारा सिंह साहिब की धर्मपत्नी बीबी गुरमेल कौर और बेटे भाई हरि सिंह जी का सिरौपा देकर विशेष सम्मान किया गया। स्मरण रहे जून 1984 के दौरान श्री अकाल तख्त साहिब के ऊपर हुए हमले के उपरांत 1992 में अकाल तख्त के जत्थेदार भाई गुरदेव सिंह काऊंके लापता करार दिए गए।
ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट फैडरेशन प्रधान पीर मोहम्मद ने जानकारी देते हुए बताया कि सिंह साहिब भाई गुरदेव सिंह काऊंके खालसा पंथ के शहीद संत बाबा जरनैल सिंह खालसा भिंडरावाले के पश्चात दूसरी महान शख्सीयत थे, जिन्होंने गुरबाणी कीर्तन कथा करते हुए हमेशा हक – सच और न्याय की प्राप्ति के लिए दिल्ली की तत्कालीन हूकूमत के साथ टक्कर ली। उन्होंने कहा कि सिंह साहिब की शहादत जुल्म के विरूद्ध हुई लेकिन 25 साल बीत जाने के बावजूद श्री बीपी तिवाड़ी एडीशनल डायरेक्टर जनरल पुलिस द्वारा अनेकों पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की जो सिफारिश की गई थी, उसपर कोई भी यर्थात में कार्यवाही व्यावहारिक रूप में नहीं की गई।
इस अवसर पर दमदमी टकसाल जत्था अजनाला के मुख्य सेवादार भाई अमरीक सिंह अजनाला अपने जत्थे के सिंहों के साथ पहुंचे। उन्होंने भी सिंह साहिब भाई गुरदेव सिंह काऊंके की याद में अरदास समागम श्री अकाल तख्त साहिब पर होने की चाहत बताई। उन्होंने कहा कि आने वाले वक्त में यह मुहिम चलाई जाएंगी, जिसपर करनैल सिंह पीर मोहम्मद ने कहा कि अगले साल शहीदी वर्षगांठ अकाल तख्त साहिब पर मनाने के लिए वह यत्नशील होंगे।
उन्होंने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी से बातचीत करके दूसरे शहीदों की तरह पूरी दुनिया में सिख कौम के इस महान यौद्धा की यादगार को भी बनवाने की जरूरत बताया। इस अवसर पर कई सिख पंथक जत्थेबंदियों के प्रतिनिधि भी मौके पर मौजूद थे।
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– सुनीलराय कामरेड