कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज से शुरू हुए अपने तीन दिवसीय गुजरात दौरे के दौरान भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी को कथित तौर पर हुए बडे फायदे पर व्यंज्ञ करते हुए कहा कि लगता है कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की स्टार्ट अप इंडिया योजना का नमूना है।
राहुल गांधी ने आज से मध्य गुजरात के कई जिलो में भ्रमण संबंधी अपनी नवसर्जन गुजरात यात्रा के दूसरे चरण के दौरान नडियाद में एक सभा में कहा, ‘अमित शाह जी के बेटे की कंपनी को 16 हजार गुना का फायदा मिला है। वैसे तो कंपनी काफी पुरानी है। 10 या 12 साल पुरानी है पर इसे फायदा होना 2014 के बाद शुरू हुआ है। पता नहीं शायद यह मोदी जी के स्टार्ट अप इंडिया का यह नतीजा है।’
उन्होंने कहा कि अजीब सी दुनिया है मोदी जी स्टार्ट अप इंडिया और मेक इन इंडिया और कई योजनाओं की बात करते है। फिर नोटबंदी के बाद जीएसटी लागू कर गुजरात के छोटे व्यापारियों और किसानों को बर्बाद कर देते हैं और इस आग के बीच एक कंपनी उठती है और वह है अमित शाह के बेटे की कंपनी। उन्होंने कहा कि मोदी ने पहले कहा था कि वह प्रधानमंत्री नहीं बल्कि चौकीदार है। तो अब यह चौकीदार कहां गया।
इससे पहले राहुल गांधी ने एक ट्वीट कर भी इस मामले में श्री मोदी पर तंज किया था। उन्होंने खुद को शाहजादा कहने के मोदी के व्यंज्ञ पर भी इस ट्वीट मे पलटवार किया है। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा है -‘मोदीजी, जय शाह-‘जादा’ खा गया। आप चौकीदार थे या भागीदार? कुछ तो बोलिए’।
मोदीजी, जय शाह- ‘जादा’ खा गया|
आप चौकीदार थे या भागीदार? कुछ तो बोलिए— Office of RG (@OfficeOfRG) October 9, 2017
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि देश की जनता जानना चाहती है कि भाजपा अध्यक्ष के बेटे की कंपनी टेंपल इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड ने दो साल में अपना करोबार किस बिजनेस मॉडल के आधार पर 16 हजार करोड़ रूपये बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि इस कंपनी ने दो साल के दौरान 80 लाख 35 हजार करोड़ रुपए का कारोबार किया और 51 करोड़ रुपए की विदेशी मुद्रा कमायी है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात यह है कि दो साल में 16 हजार करोड़ गुना लाभ कमाने वाली कंपनी को नोटबंदी की घोषणा होने से पहले ही अचानक बंद कर दिया जाता है। इस दौरान विदेशी पैसा भी इस कंपनी में आया है लेकिन किसी सरकारी एजेंसी की इस पर निगाह नहीं गयी जबकि अन्य लोगों के मामले में यही एजेंसियां अत्यधिक सक्रिय हो जाती है।
शर्मा ने कहा कि भाजपा अध्यक्ष के बेटे की कंपनी को मध्य प्रदेश के रतलाम में अक्षय ऊर्जा के उत्पादन के लिए बिजली मंत्रालय के उपक्रम इरडा की तरफ से 10.35 करोड रुपए का ऋण दिया गया है। जो कंपनी इस कारोबार में पहले नहीं थी उसे कैसे केंद्र सरकार की कंपनी ऋण उपलब्ध करा रही है।
उन्होंने सवाल किया कि इस तरह की अन्य कंपनियों को भी ऋण दिया गया है और उनके नाम सार्वजनिक होने चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि जय शाह की कंपनी को कालूपुर कमर्शियल कोऑरेटिव बैंक द्वारा 25 करोड़ रुपए का ऋण दिया गया और यह ऋण अमित शाह के साथ सेहराबुद्दीन मामले में आरोपी रहे यशपाल चुडासामा की 6.20 करोड़ रुपए की संपत्ति वाली कंपनी के आधार पर दया गया है। उन्होंने कहा कि यह रिवर्ज बैंक के नियमों का उल्लंघन है।