नई दिल्ली: दिल्ली के ऐतिहासिक रामलीला मैदान में रविवार को कांग्रेस ने जनाक्रोश रैली का आयोजन किया। रैली में हिस्सा लेने के लिए देशभर से कांग्रेस कार्यकर्ता यहां जुटे। कांग्रेस अध्यक्ष पद संभालने के बाद राजधानी दिल्ली में राहुल गांधी की यह पहली रैली है। रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि आज देश के हर वर्ग में सरकार के खिलाफ गुस्सा है। जहां भी मैं जाता हूं लोगों से बात करता हूं और सीधा सवाल पूछता हूं कि खुश हो’? जवाब मिलता है नहीं। आज बेरोजगारी 8 वर्षों में उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। जब प्रधानमंत्री मोदी बोलते हैं, तो लोगों को उनके भाषणों के भीतर सत्य खोजने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मोदीजी कहते थे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’। हिंदुस्तान के इतिहास में पहली बार विदेश में प्रधानमंत्री को मुंह पर बताया गया कि आप अपने देश की महिलाओं की रक्षा नहीं कर रहे हो। दलितों के खिलाफ अत्याचार बढ़ गया है, लेकिन उन्होंने अभी तक इस बारे में कोई शब्द नहीं बोला है। मोदीजी ने कहा था 70 साल में कांग्रेस ने कुछ नहीं किया, 60 महीने में मोदी जी ने क्या किया- बेरोजगारी दी, महिलाओं पर अत्याचार किया, अनौपचारिक क्षेत्र को खत्म किया। चीन के सामने मोदी जी खड़े नहीं हो पाए। डोकलाम में चीन की सेना घुसी हुई है और प्रधानमंत्री चीन में बिना एजेंडा चर्चा कर रहे हैं, डोकलाम के बारे में हमारे प्रधानमंत्री ने चीन में एक शब्द नहीं कहा।’
राहुल ने कहा कि आरएसएस और बीजेपी के लोग नफरत फैलाते हैं, हमने इस देश को जोड़ने का काम किया है। 2014 में आरएसएस और बीजेपी की मशीन ने झूठ फैलाया, हर जगह जाकर मोदीजी ने कांग्रेस पार्टी के बारे में झूठ फैलाया। अब सच्चाई बाहर आ रही है।राहुल गांधी ने कहा, ‘पीयूष गोयल मंत्री बनने के बाद भी अपनी कंपनी को डिक्लेयर नहीं करते, बाद में अपनी कंपनी को बेचते हैं लेकिन मोदी जी के मुंह से एक शब्द नहीं निकलता। प्रधानमंत्री मोदी ने एचएएल जैसी अनुभवी पीएसयू से राफले सौदे को छीन लिया और इसे अपने मित्र के स्वामित्व वाली एक अनुभवहीन निजी इकाई को दे दिया। प्रधानमंत्री मोदी के शासन में हमारे देश के इतिहास में पहली बार सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों को न्याय के लिए जनता के पास आते हैं, और मोदीजी चुप हैं।’
उन्होंने कहा, ‘हिंदुस्तान के हर संस्थान को नष्ट किया जा रहा है, देश में हर जगह आरएसएस के लोग डाले जा रहे हैं हर मंत्री के ओएसडी आरएसएस के लोग हैं। मोदीजी एमएसपी नहीं बढ़ाते और फिर भाषण में किसानों की बात करेंगे। अरुण जेटली जी कहते हैं किसानों का कर्जा माफ करना हमारी पॉलिसी नहीं है। कांग्रेस पार्टी के बिना इस देश का किसान जी नहीं सकता। अगर कांग्रेस पार्टी खड़ी नहीं होती तो हिंदुस्तान के किसान की सब जमीन नरेंद्र मोदी छीनकर ले जाता।’
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रैली को संबोधित करते हुए कहा मोदीजी ने कहा था, ‘ना खाऊंगा, ना खाने दूंगा, लेकिन भ्रष्टाचार बढ़ा है। आज देश में असत्य और अन्याय का बोलबाला है। जो भी आवाज उठाता है उसे मोदी सरकार के क्रोध का सामना करना पड़ता है।’ सोनिया ने कहा, ‘प्रधान मंत्री मोदी द्वारा किए गए सभी वादे सत्ता में आने पर खोखले हो गए। मोदी सरकार ने हमारे लोकतांत्रिक संस्थानों को नष्ट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यह देखकर दुख होता है कि हमारा समाज आज अभूतपूर्व हिंसा और घृणा से पीड़ित है। समाज के हर वर्ग के लोग पीड़ित हैं। प्रधान मंत्री मोदी के अधीन देश अशांत समय से गुजर रहा है।
वहीं पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा, ‘मोदी सरकार की किसान विरोधी नीतियों के परिणामस्वरूप देश में अभूतपूर्व कृषि संकट हुआ है। हमारे किसान मोदी सरकार से न्याय मांग रहे हैं। बेरोजगारी बढ़ रही है और देश के युवा परेशान हैं। शिक्षा के लिए ऋण लेने वाले छात्र सोच रहे हैं कि अगर उन्हें नौकरियां नहीं मिलती हैं तो वे इन ऋणों का भुगतान कैसे करेंगे।’ चार साल पहले मोदी सरकार ने भारत की जनता से बहुत से वादे किये थे, जाहिर है उनमें से किसी वादों को भी पूरा करने में ये सरकार कामयाब नहीं रही। अंतरराष्ट्रीय कच्चे तेल की कीमतें कम होने के बावजूद भारत में ईंधन की कीमतें बढ़ रही हैं। इस कीमत में वृद्धि ने देश के लोगों को बहुत परेशान किया है। मोदी सरकार अपने किसी भी वादे को पूरा नहीं कर पाई। चार साल पहले मोदी सरकार ने वादा किया था कि वो सरकार में आते ही 2 करोड़ से ज्यादा रोजगार के साधन उपलब्ध कराएंगे। हकीकत ये है कि देश में बेरोजगारी बढ़ रही है।
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