राजस्थान की राजधानी जयपुर में प्रत्येक विशेष योज्ञजन का एक माह में ऑनलाइन नि शुल्क पंजीकरण कराने की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिये तीन करोड रूपये का बजट आवंटत किया गया है।
राजस्थान के मुख्य सचिव अशोक जैन ने आज वीडियो कान्फ्रेसिंग में समस्त जिला कलेक्टरों को राज्य के प्रत्येक विशेष योज्ञजन का एक माह में ऑनलाईन नि:शुल्क पंजीकरण करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इसके लिए घर-घर जाकर प्रत्येक विशेष योज्ञजन की पहचान कर ई-मित्र केन्द, तक पहुंचाकर पंजीकरण किया जाये।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक विशेष योज्ञजन के पंजीकरण के लिए ई-मित्र केन्द, को 30 रूपये दिये जायेंगे। इसके लिए आई.टी। विभाग को तीन करोड के बजट का आवंटन किया जा चुका है।
उन्होंने आज यहां पं. दीनदयाल उपाध्याय विशेष योज्ञजन पंजीयन अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि राज्य सरकार की मंशा प्रत्येक योज्ञजन को लाभ पहुंचाने की है, इसी उद्देश्य को लेकर 24 सितम्बर, 2017 तक प्रत्येक विशेष योज्ञजन का सर्वे कर ई-मित्र केन्द्रों के माध्यम से पंजीकरण कराना है।
उन्होंने कहा कि 21 श्रेणियों के विशेष योज्ञजनों का पंजीकरण होने के उपरान्त 25 सितम्बर, 2017 से पं। दीनदयाल उपाध्याय जयन्ती से पंचायत समिति स्तर पर विशेष शिविर लगाकर नि:शक्तता प्रमाण पत्र जारी होंगे तथा 12 दिसम्बर, 2017 से 31 मार्च, 2018 तक पात्र सभी विशेष योज्ञजनों को विभिन्न तरह की सहायता एवं आवश्यक उपकरण उपलब्ध करायें जायेंगे।
इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी.मोहन्ती ने कहा कि विशेष योज्ञजनों के पंजीकरण करने की प्रक्रिया को सरलीकरण कर दिया गया है और अब राशन कार्ड लाने पर भी पंजीकरण किया जा सकेगा। उन्होंने प्रदेश में विभिन्न योजनाओं में पेंशन प्राप्त कर रहे पांच लाख से अधिक विशेष योज्ञजनों का तो तत्काल पंजीकरण करने तथा स्कूलों में शाला दर्पण के तहत किये गये सर्वे में उपयोग करने की सलाह दी।