रायपुर: कलेक्टरों को प्रदर्शन सुधारने की मुख्यमंत्री की नसीहत पर कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने कहा है कि रमन सिंह नौकरशाही का राजनीतिक दुरुपयोग कर रहे हैं और वे अब पार्टी के कार्यकर्ताओं की बजाय नौकरशाही के जरिए चुनाव जीतने का मंसूबा बना रहे हैं। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि हर कैडर के सरकारी अफसरों को भी यह बात ठीक तरह से समझ में आनी चाहिए कि उनकी जिम्मेदारी सरकारी कामकाज की है और उन्हें किसी राजनीतिक दल के कार्यक्रमों से कोई लेना देना नहीं होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज्य के स्तर पर अपने कार्यकर्ताओं के जरिए सभी अफसरों के कामकाज पर नजर रखे हुए है। सरकार के इशारे पर काम कर रहे सारे नौकरशाह समझ लें कि भाजपा के कार्यकर्ता की तरह काम करने वाले हर अफसर-कर्मचारी का कच्चा चिठा कांग्रेस के पास है।
श्री बघेल ने कहा है कि चुनाव को ध्यान में रखकर अगर कलेक्टरों को कामकाज सुधारने की नसीहत दी जा रही है तो यह रमन सिंह की हताशा भी दिखाती है। उन्होंने कहा है कि जब उन्होंने देख लिया कि उनके कहने से भाजपा के नेता, कार्यकर्ता और पदाधिकारी कमीशनखोरी बंद नहीं कर रहे हैं, जनता के बीच नहीं जा रहे हैं तो उन्होंने नौकरशाही पर नजर लगाई है।
एक बयान में उन्होंने कहा है कि नौकरशाही सरकार के लिए काम करते हैं किसी विशेष राजनीतिक दल के लिए नहीं और अगर रमन सिंह अगला चुनाव लडऩे के लिए नौकरशाही का दुरुपयोग करना चाहते हैं तो यह सख्त आपत्तिजनक है उन्होंने कहा है कि चुनाव भाजपा को लडऩा है और रमन सिंह को अभी से हार का डर सता रहा है लेकिन प्रदर्शन सुधारने कलेक्टरों को कहा जा रहा है।
सात जिलाधीशों को घर पर विशेष रूप से बुलाए जाने पर श्री बघेल ने कहा है कि कांग्रेस की बस्तर में हाल ही में जो रैलियां हुईं हैं और वहां आदिवासियों का कांग्रेस को जिस तरह से समर्थन मिला है उससे मुख्यमंत्री घबराए हुए हैं और यही वजह है कि जिन सात कलेक्टरों को उन्होंने विशेष बातचीत के लिए बुलवाया।
उनमें से पांच बस्तर के हैं, शेष दो कलेक्टर भी आदिवासी इलाकों के हैं। 3 प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा है कि कलेक्टरों के जरिए आदिवासी वोट नहीं पलटे जा सकते। उन्होंने कहा है कि लोकतंत्र में राजनीतिक दल सत्ता में आते जाते रहते हैं। भाजपा का सत्ता पर स्थाई कब्जा नहीं है। एक साल बाद जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम करने वाले हर कर्मचारी-अफसर को अपने कामकाज का हिसाब देना पड़ेगा।