पटना : केन्द्रीय राज्य मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि राजनीतिक दलों को राजनीति के साथ रचनात्मक काम पर भी ध्यान देना चाहिए। भीमराव अम्बेडकर ने जो व्यवस्था चलायी उसके आधार प काम होता तो ऐसी नौबत नहीं आती। रालोसपा दलित प्रकोष्ठ की ओर से विद्यापति भवन में आयोजित भीमराव अम्बेडकर की 127वीं जयंती समारोह को संबोधित कर केन्द्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि चाय बेचने वा ले प्रधानमंत्री घरों में काम करने वाली गरीब महिलाओं के बेटे डीएम,
एसपी बन सकते हैं तो एससी-एसटी के लोग उच्च पदों पर क्यों नहीं जज हो सकते हैं। जिन लोगों को बराबरी का हक नहीं मिला उनलोगों के लिए ही संविधान में विशेष अवसर दिया गया।
हिन्दुस्तान का पवित्र ग्रंथ संविधान है। उन्होंने कहा कि सबको बराबरी का हक दिलाने के लिए रालोसपा लड़ाई लड़ेगी। न्यायपालिका में दलितों, शोषितों, गरीब सवर्णों को हक दिलाने के लिए हल्ला बोल, दरवाजा खोल अभियान चलायेगा। 5 जून को पटना में इस मुद्दे पर सम्मेलन होगा, इसके बाद अभियान से आम लोगों को जोड़ा जायेगा।
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