सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को चर्चित ब्लू व्हेल गेम को एक राष्ट्रीय समस्या बताया है। साथ ही कोर्ट ने कहा है कि इसके खिलाफ कारगर कदम उठाए जाने बेहद जरूरी है। शीर्ष अदालत ने ब्लू व्हेल चैलेंज गेम पर प्रतिबंध लगाने के लिए दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान यह बात कही।
कोर्ट ने कहा कि दूरदर्शन और निजी चैनल इसके खिलाफ मुहिम चलाए और अपने प्राइम टाइम प्रोग्राम में जागरुकता के लिए कार्यक्रम भी प्रसारित करें। केंद्र ने सुप्रीम कोर्ट में कहा कि इस मसले पर एक कमेटी बनाई गई है, जोकि 3 हफ्तों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु निवासी एक 73 वर्षीय व्यक्ति ने ब्लू व्हेल चैलेंज गेम पर प्रतिबंध लगाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है। इस याचिका में अन्य बातों के अलावा जनता में इसके खतरे को लेकर जागरूकता पैदा करने का निर्देश देने का भी अनुरोध किया गया है। अनेक बच्चों की मौत की घटनाएं इस खेल से जुड़ी हुई हैं।
आपको बता दें कि देश में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें इसे यूज करने वालों ने खुद को खत्म कर दिया या गंभीर रूप से घायल कर दिया। इनमें अधिकांश 13 से 15 साल की आयु के किशोरवय बच्चे हैं।