अशोकनगर :वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर जमकर बयानबाजी करते हुए उनकी घोषणाओं को पाखंड बताया। श्री सिंधिया ने जिले के पिपरई में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि श्री चौहान ने शिवपुरी में 150 घोषणाएं की थी, उनका क्या हुआ। सिंधिया ने शिक्षा, स्वास्थ्य सभी मोर्चों पर सरकार को विफल बताया।
बीते दिनों कदवाया के स्वास्थ्य केंद्र में ताला डला होने पर खुले में आदिवासी महिला के प्रसव का जिक्र भी सिंधिया ने अपने भाषण में किया। उन्होंने बलात्कार के अपराधी को फांसी की सजा देने वाले विधेयक पर मुख्यमंत्री द्वारा वाह-वाही लिए जाने पर भी तंज कसा और एक साल में मध्यप्रदेश में हुए बलात्कार के आंकड़ का जिक्र किया।
उन्होंने प्रदेश में हो रहे बलात्कार के अपराधों के लिए प्रदेश सरकार को ही जिम्मेदार बताया। मुख्यमंत्री द्वारा मुंगावली में दलित अध्यापक के घर खाना खाने के मामले को भी सिंधिया ने पांखड बताया, सिंधिया ने मंच से मुंगावली कॉलेज के प्राचार्य बीएल अहिरवार के निलम्बन और ट्रांसफर के मुद्दा उठाते हुए कहा कि जब एक दलित प्राचार्य अपने सांसद को महाविद्यालय में आमंत्रित करता है। छात्र छात्राएं सांसद निधि से बैठने और पीने के पानी की व्यवस्था की मांग करते हैं, तो उसे ट्रांसफर कर सीहोर पहुंचा दिया जाता है।
सिंधिया ने अशोकनगर के दलित विधायक गोपीलाल जाटव को पत्तल में और गृहमंत्री को थाली में खाना परोसे जाने पर भी चुटकी ली। सिंधिया ने कहा कि भले ही गोपीलाल भारतीय जनता पार्टी से विधायक हैं, लेकिन वह मेरी दादी के समय से मेरे परिवार से जुड़ हुए हैं, वह मेरे अपने हैं और मैं अपने किसी व्यक्ति का अपमान नहीं सहूंगा। सिंधिया ने मुख्यमंत्री द्वारा मुंगावली को मिनी स्मार्ट सिटी बनाये जाने की घोषणा को भी मजाक बताया, उन्होंने कहा कि जो मुख्यमंत्री कभी मुंगावली नहीं आये, अशोकनगर में पैर नहीं रखते, आज मुंगावली के चप्पे-चप्पे पर घूम रहे हैं। उन्होंने सभा के अंत मे सवाल उठाते हुए कहा कि क्या मुख्यमंत्री ने मुंगावली में कोई खंबा लगाया।
मुख्यमंत्री द्वारा बहादुरपुर की सभा में लगाए आरोप, जिसमें उन्होंने कहा था कि सांसद ने आज तक मुझसे क्षेत्र के विकास को लेकर बात नहीं की। सिंधिया ने उनके इस बयान पर पलटवार किया, सिंधिया ने कहा कि क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर लिखे गए मेरे पत्रों का वे जबाब तक नहीं देते, उन्होंने कहा अगर जबाब आता है, तो सिर्फ इतना आपका पत्र प्राप्त हुआ।
छिंदवाड़ में कांग्रेसी नेता कमलनाथ पर पुलिस जवान द्वारा रायफल ताने जाने पर सिंधिया ने कहा कि संसद के सबसे वरिष्ठ सदस्य के साथ हुई घटना के बाद मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री के बयान नहीं आये। जो कि निंदनीय है। सिंधिया ने कहा कि जनता से अपील करते हुए कहा कि प्रत्याशी कोई भी हो, यह संघर्ष न्याय और अन्याय का है। इसमें आपके सहयोग से यहां से 2018 का शंखनाद शुरू करना चाहता हूं।
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