अमरावती : केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि भारत में जहाज जल्द ही मिथेनॉल से चल सकते हैं क्योंकि केंद, इस संबंध में योजना बना रहा है। गडकरी ने इसके साथ ही उनके कम खर्च के लिए जलमार्ग विकसित करने के महत्व पर जोर दिया। सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं पोतपरिवहन मंत्री गडकरी ने कहा, देश में साजोसामान की उच्च लागत में कमी लाने के लिए आतंरिक जलमार्गो को महत्वपूर्ण तरीके से विकसित किया जा रहा है जबकि मिथेनॉल को जल्द ही जहाजों का ईंधन बनाया जाएगा। उन्होंने यह बात विजयवाड़ा में कृष्णा नदी में एक जलमार्ग की आधारशिला रखने के लिए आयोजित कार्यक्रम में कही। मंत्री ने कहा, मिथेनॉल के लिए कोयला चाहिए। कोयला आंध, प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छथीसगढ़ में उपलब्ध एक देशी ईंधन है। उन्होंने कहा कि साजोसामान की कीमत कम करके निर्यात बढ़ाये जा सकते हैं जिससे और रोजगार का निर्माण होगा। उन्होंने जलमार्गो के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि केंद्र ने उसके विकास को उच्च प्राथमिकता के तौर पर लिया है।
गडकरी ने कहा, सड़क से यात्रा का खर्च 1.50 रूपये, रेल से एक रूपये जबकि पानी से यात्रा पर मात्र 20 पैसे खर्च होते हैं। इसलिए जलमार्ग बहुत महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, चीन में साजोसामान का खर्च आठ से 10 प्रतिशत, यूरोपीय देशों में 12 से 14 प्रतिशत और भारत में यह 18 प्रतिशत है। जल्द ही यहां सभी जहाजों को मिथेनॉल ईंधन में तब्दील कर दिया जाएगा। इससे खर्च घटेगा और हमें निर्यात बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि वोल्वो ने बसें चलानी शुरू की हैं जो 100 प्रतिशत मिथेनॉल पर चलती हैं।गडकरी ने कहा, भारत में संचालित होने वाली एक और विदेशी कंपनी है जो मिथेनॉल पर चलने वाले इंजन बना सकती है। मिथेनॉल से खर्च कम होगा। उन्होंने कहा कि सागर माला परियोजना के तहत राष्ट्रीय जलमार्ग…4 परियोजना विकसित करने के लिए आंध, प्रदेश सरकार के साथ एक संयुक्त उद्यम कंपनी बनायी जाएगी।