पटना : बिहार की चरमरायी शिक्षा व्यवस्था के लिए राज्य सरकार को जिम्मेवार ठहराते हुए आप पार्टी के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार गुप्ता ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में विश्वगुरू माने जाने वाला बिहार में आज शिक्षा व्यवस्था बदहाल हो गयी है।
राज्य सरकार की उदासीनता के कारण यहां के छात्रों को अन्य राज्यों में जाकर शिक्षा ग्रहण करने पर मजबूर है। यहां की सरकार कुल बजट का 3.5 प्रतिशत ही शिक्षा पर खर्च कर रही है। वहीं दिल्ली की सरकार कुल बजट का 24 प्रतिशत खर्च करती है। वहां का रिजल्ट 90 प्रतिशत से ऊपर है। दिल्ली की सरकार शिक्षा के प्रति सजगह है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के विकास से ही प्रदेश का विकास संभव है।
पिछले कुछ वर्षोंं में बिहार के मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में तौर तरीके एवं परिणाम देश भर में हास्य के विषय बना। राज्य सरकार योग्य शिक्षकों के बजाये पुलिस तंत्र को ही शिक्षा में विकास का वाहक समझी। सरकार को नालंदा एवं विक्रमशीला के इतिहास को पलट कर उन्नत शिक्षा व्यवस्था के कारणों को खोज करनी चाहिए। संवाददाता सम्मेलन में प्रदेश प्रवक्ता शत्रुघन साह, मिथलेश कुमार ङ्क्षसह, अमर यादव, मनोज यादव समेत अन्य उ पस्थित थे।
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