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कृषि उत्पादों के निर्यात के लिये बनाई जायेगी राज्य स्तरीय संस्था

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भोपाल : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों को उनके पसीने की पूरी कीमत दिलाने के लिये मुख्यमंत्री कृषक समृद्धि योजना लागू की गई है। इसमें समर्थन मूल्य पर अथवा उससे अधिक मूल्य पर गेहूं बिकने पर 265 रूपये प्रति क्विंटल, चना, मसूर, सरसों पर 100 रूपये प्रति क्विंटल तथा लहसुन पर 800 रूपये प्रति क्विंटल किसान के खाते में डाले जायेंगे।

मुख्यमंत्री चौहान ने उक्त घोषणा शाजापुर में आयोजित किसान महासम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। इस दौरान 10 लाख से अधिक किसानों के बैंक खातों में 1669 करोड़ रूपये की राशि ऑनलाईन डाली गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेतों में उपार्जित उत्पादों का उचित मूल्य दिलाने के लिये खाद्य प्रसंस्करण और कृषि के विविधीकरण के लिये प्रोत्साहित किया जायेगा।

साथ ही कृषि उत्पाद के निर्यात के लिये इसी वर्ष राज्य स्तरीय संस्था बनाई जायेगी। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में नगदी की कमी पैदा की जा रही है, इस साजिश से सख्ती से निपटा जायेगा। जो किसानों ने भी नहीं सोचा, वह कर रही है सरकार: मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को सुविधाएं देने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी जायेगी। जो किसानों ने भी नहीं सोचा, वह भी सरकार कर रही है।

उन्होंने जनता को याद दिलाते हुए कहा कि पूर्व की सरकार के समय किसानों को 18 प्रतिशत ब्याज पर ऋण मिलता था, जिसे घटाकर शून्य प्रतिशत कर दिया गया है। खाद के अग्रिम भंडारण पर ब्याज राज्य सरकार द्वारा दिया जाता है।

प्राकृतिक आपदा में दी जाने वाली राहत राशि पहले ढाई हजार रूपये प्रति हेक्टयर थी, जिसे बढ़ाकर 30 हजार रूपये प्रति हेक्टयर कर दिया गया है। एक वर्ष में किसानों को 18 हजार करोड़ रूपये की राहत दी गई है। सिंचाई के लिये बिजली की समुचित व्यवस्था की गई है। खेती को फायदे का धंधा बनाने के लिये राज्य सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं।

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