लोकल ट्रेन मुंबई की जान है और जिंदगी की रफ्तार को मुंबई में छात्रों के प्रदर्शन ने धीमा कर दिया था। प्रदर्शन की वजह से करीब 4 घंटे रेलवे का यातायात प्रभावित हुआ। जिसके बाद अब धीरे-धीरे ट्रेनों को निकाला जा रहा है। जिस जगह छात्र प्रदर्शन कर रहे थे, वहां पर एक ट्रैक को खाली करा दिया गया है। करीब 4 घंटे बाद ये आंदोलन अब खत्म हो गया है। माटुंगा और दादर के बीच ट्रेनी अप्रैंटिंस छात्रों ने ट्रैक पर जाम लगा दिया था।
छात्रों के हंगामे के कारण यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि 20 फीसदी कोटा को हटा दिया जाए और स्थायी नौकरी दे दी जाए। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि वह पिछले 4 साल से शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांग को उठा रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। उधर, सेंट्रल रेलवे ने बयान जारी कर कहा है कि रेलवे अप्रैंटिशिप में ट्रेनिंग का प्रावधान है और नौकरी देने की कोई व्यवस्था नहीं है।
इस मामले पर सियासत भी शुरू हो गई है। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के संदीप देशपांडे ने आजतक से कहा था कि जब तक रेल मंत्री पीयूष गोयल लिखित में आश्वासन नहीं देते हैं, तब तक वहां से कोई नहीं हटेगा।
क्यों हुआ आंदोलन
बताया जा रहा है कि सैकड़ों की संख्या में ये छात्र रेलवे की सरकारी नौकरी के लिए आंदोलन कर रहे हैं। छात्रों को रेल पटरियों से हटाने के लिए पुलिस मौके पर पहुंच रही है। बता दें कि ऑफिस टाइम होने और सीएसटी-माटुंगा की लाइन पर ज्यादा ट्रैफिक होने से लोगों को भी परेशानी हो रही है।
लोकल ट्रेनों के अलावा लंबी दूरी के ट्रेनें भी प्रदर्शन के चलते लेट हो रही हैं। ऐसी हालत में पुलिस मौके पर पहुंचकर छात्रों को जल्दी ही मनाकर वहां से हटाना चाहेगी। बता दें कि इन छात्रों की मांग है कि इन्हें रेलवे में सरकारी नौकरी दी जाए। बताया जा रहा है कि ये अप्रेंटिस स्टूडेंट सालों तक काम कर चुके हैं लेकिन इन्हें नौकरी नहीं मिल पा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्रों को कंट्रोल में लाने के मुंबई पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो छात्रों ने इसके जवाब में ट्रेनों पर पत्थर फेंके। पुलिस के मुताबिक करीब 1000 छात्र एकजुट होकर रेल ट्रैफिक को जाम कर दिया है। मुंबई लोकल की सेंट्रल लाइन की सेवा पूरी तरह से ठप हो गई है। सेंट्रल लाइन से रोजाना करीब 40 लाख लोग यात्रा करते हैं।
वही पुलिस का कहना है कि जब छात्रों को जबरन हटाने की कोशिश की गई तो छात्र गुस्सा हो गए और पत्थरबाजी की जाने लगी। परीक्षा में पास होने के बावजूद इन छात्रों को नौकरी नहीं मिल रही है। परीक्षा पास करने के बाद इन परीक्षार्थियों की ट्रेनिंग भी पूरी हो चुकी है। सुबह 7 बजे से ही छात्रों ने ट्रैक जाम कर दिए हैं।
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