सामाजिक बंधन के चलते जब प्यार परवान नहीं चढ़ सका तो प्रेमी युगल ने पेड़ से लटककर जान दे दी। दोनों के रिश्तों को परिवार और समाज की मंजूरी नहीं मिल रही थी। प्रेमिका की अस्पताल में जबकि प्रेमी की की घर पर ही मौत हो गई। खास बात यह कि युवती की आज शाम बारात आने वाली थी।
मरने से पूर्व दोनों ने गांव से करीब दो किमी दूर एक मंदिर में शादी भी रचाई और एक-दूसरे को बांहों में लेकर सेल्फी ली। दोनों की मौत का मंजर देख हर आंख भर आई।
हुसैनगंज थाना क्षेत्र के अहमदरपुर उर्फ अचाकापुर गांव निवासी रामबाबू लोधी की बेटी नीलम (22) कक्षा आठ पास थी। नीलम की मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के बरट नौगांव निवासी अमर चंद्र के साथ शादी तय हुई थी। शनिवार को बारात आनी थी। पुलिस ने बताया कि नीलम का गांव के श्यामबाबू लोधी के बेटे महेंद्र (27) से दो साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। शुक्रवार को महेंद्र और नीलम घर से निकल गए। रात सवा नौ बजे मयन संस्कार के लिए नीलम को ढूंढा जाने लगा। तब उसके लापता होने की बात पता चली। वहीं रात को खाने के समय महेंद्र के न पहुंचने पर परिजनों को उसके लापता होने के बारे में पता चला।
दोनों पक्ष के लोग ग्रामीणों के साथ उन्हें तलाशने में लगे थे। शनिवार सुबह शौच को निकले लोगों ने गांव के बाहर दोनों के शव पेड़ से लटकते देखे। लड़की का शव दुपट्टे के फंदे से लटक रहा था, जबकि लड़के का शव पेड़ के नीचे पड़ा था। महेंद्र के गले में अंगौछे का फंदा कसा था, अंगौछे का एक हिस्सा पेड़ पर बंधा हुआ था। लड़की की मांग सिंदूर से भरी हुई थी, जबकि महेंद्र की कमर में चोट के निशान थे। ग्रामीणों ने दोनों के परिजनों को सूचना दी।
ग्रामीणों की सूचना पर सीओ केडी मिश्रा व थानेदार विपिन सिंह मौके पर पहुंचे। छानबीन में महेंद्र की जेब से मोबाइल मिला। मोबाइल आठ बजकर 28 मिनट पर ऑनलाइन था। मोबाइल में दोनों की एक दूजे की बांहों में होने की सेल्फी भी पड़ी थी। थानेदार ने बताया कि लड़के और लड़की के बीच प्रेम-प्रसंग की जानकारी दोनों के परिजनों को थी। लड़की पक्ष के लोग शादी को तैयार नहीं थे। एसपी राहुल राज ने बताया कि गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। दोनों पक्ष की तहरीर पर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
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