मेघालय चुनाव परिणाम में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी के रूप में जरूर उभरी है, लेकिन वहां बीजेपी गैर-कांग्रेसी सरकार बनाने के बेहद करीब है। आपको बता दे कि मेघालय में सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है। यहां अगली सरकार नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के नेतृत्व वाली होगी।
पार्टी के चीफ कोनराड संगमा अगले चीफ होंगे। उन्हें यूनाइटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी), बीजेपी, एचएसपीडीपी और यूडीपी का समर्थन मिला है। रविवार शाम को कोनराड ने गवर्नर गंगा प्रसाद से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया। शपथ ग्रहण समारोह 6 मार्च को सुबह 10:30 बजे होगा। इससे पहले शनिवार शाम को कांग्रेस ने सरकार बनाने का दावा पेश किया था।
त्रिशंकु विधानसभा होने के बाद किंगमेकर बनकर उभरी यूनाईटेड डेमोक्रेटिक पार्टी (यूडीपी) के अध्यक्ष दोंकुपर रॉय ने गैर-कांग्रेसी सरकार बनाने के संकेत दिए थे। वहीं प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री के तौर पर अगाथा सांगमा का नाम भी चर्चा में था। हालांकि अब सीएम के तौर पर कॉनराड के नाम की पुष्टि हो गई है।
मेघालयल में एनपीपी को सरकार बनाने के लिए यूडीपी, पीडीएफ, एसएचपीडीपी और बीजेपी ने समर्थन दिया है। मेघालय में एनपीपी ने 19 सीटें जीती हैं और बीजेपी के दो विधायकों के अलावा यूडीपी-एचएसपीडीपी एलायंस के 8 तथा पीपुलल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) के चार विधायकों के साथ मिलकर सरकार बनाने के जरूरी 34 विधायकों का जादुई आंकड़ा आसानी से हासिल कर लिया।
इससे पहले बीजेपी की तरफ से शिलॉन्ग भेजे गए केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने यूडीपी प्रमुख दोनकुपर रॉय से उनके आवास पर मुलाकात की थी। वहीं निर्दलीय उम्मीदवार सैम्युएल सांगमा पहले ही बीजेपी को समर्थन देने की बात कह चुके थे।
मेघालय की 60 सदस्यीय विधानसभा में 21 सीटों के साथ कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। उसने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा भी पेश किया था।
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