अपूर्वा वर्मा जिसने पिछले साल यूपी का मिस यूपी का खिताब जीता था। वह लखनऊ जेल से 23 दिन बाद 1 जुलाई को बाहर आ गई है । अपूर्वा को 7 जून को गिरफ्तार किया गया था क्योंकि उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ को काले झंडे दिखाए थे ।
इस जुर्म में उन्हें लखनऊ की जेल में 23 दिन तक रखा गया और 1 जुलाई उन्हें रिहा कर दिया गया। अपूर्वा ने एक अखबार के जरिए यह बताया कि जेल में 23 दिन उन्होंने कैसे बिताए।
अपूर्वा ने बताया कि जब वह और उनकी साथी को जेल भेजा गया उस दिन से उनके साथ व्यवहार ऐसा किया जा रहा जैसे कि वह आंतकवादी हो । उन दोनो को खाने के लिए कुछ नहीं दिया जाता था । अपूर्वा ने बताया कि कैनटीन में पैसे देने के बाद भी उन्हें खाना नहीं दिया जाता था।
अपूर्वा ने कहा कि उन दोनो लड़कियों को उस बैरक में रखा गया था जिसमे रेपिस्ट और चोर थे हम खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे थे। और इसी डर के मारे हम रात को सोते भी नहीं थे । अपूर्वा ने यह भी बताया कि एक दिन जेल में नेताजी हमसे मिलने आए थे लेकिन बिल्कुल थोड़ी देर के लिए मुलाकात करार्ई गई ।
सपा के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी भी जेल में मिलने आए थे वो हमारे लिए बेड शीट, कपड़ा वगैरह लाए थे, लेकिन वो हमारे तक नहीं पहुंचाया गया। अच्छे खाने को लेकर भूख हड़ताल की। 19 जून को खाने की वजह से मेरी तबियत बहुत खराब हो गई थी। मेरे साथियों ने मुझे अस्पताल में एडमिट कराने की बात कही तो जेलर ने कहा, जिसको जैसे मरना है, मर जाए लेकिन हॉस्पिटल कोई नहीं जाएगा।’
अपूर्वा के दो शौक है मॉडलिंग और समाज सेवा करना । गरीब-असहायों को लेकर वो हमेशा भावुक हो जाती थी। अन्ना हजारे के प्रोटेस्ट ने उसे बहुत इंस्पायर किया और समाज की कुरीतियों के खिलाफ उसने आवाज उठानी शुरू कर दी। 2016 में मिस यूपी का खिताब जीता और वह अखिलेश की फैन हैं और यूपी के पूर्व सीएम से प्रभावित होकर ही उन्होंने सपा ज्वाइन की है।