जम्मू : जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) से लगी सीमा चौकियों और नागरिक इलाकों में पाकिस्तानी सैनिकों की आज लगातार तीसरे दिन की गोलाबारी में थल सेना के एक जवान सहित चार लोगों की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य घायल हो गए। संघर्ष विराम उल्लंघन के चलते सीमावर्ती बस्तियों से 10,000 से अधिक लोगों को पलायन करना पड़ा है। दरअसल, अधिकारियों ने रेड अलर्ट जारी किया है और लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा। गोलाबारी के चलते तनाव बढ़ने के मद्देनजर प्रशासन ने जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी से लगे इलाकों में 300 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों को अगले तीन दिनों के लिए बंद कर दिया है। पिछले दो दिनों में गोलाबारी में छह नागरिक और चार जवान सहित कुल 10 लोगों की मौत हो गई है और कुछ जवानों सहित करीब 50 लोग घायल हो गए।
जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी से लगे नागरिक इलाकों और सीमावर्ती चौकियों पर मोर्टार से हुई गोलाबारी में कल दो नागरिकों और दो जवानों की मौत हो गई जबकि तीन जवानों सहित 35 अन्य घायल हो गए थे। सांबा और जम्मू जिलों में बुधवार को भी बीएसएफ का एक जवान और एक किशोरी मारी गई थी और आठ अन्य घायल हुए थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘पाकिस्तान ने आज दोपहर बगैर उकसावे के जम्मू में कानाचक सेक्टर के गाजनसू इलाके में गोलाबारी की और गाजनसू बस पड़ाव में गोले गिरे जिसमें दो लोग घायल हो गए। उन्होंने बताया कि उन्हें एक अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनमें से एक की बात में मौत हो गई। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स ने आरएसपुरा में सीमावर्ती बस्तियों में गोलाबारी की। इसमें दो नागरिकों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए।
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी थल सेना ने बगैर उकसावे के सुबह आठ बज कर 20 मिनट पर पुंछ में एलओसी से लगे कृष्णघाटी में अंधाधुंध फायरिंग की। उन्होंने बताया कि दोनों ओर से हुई गोलीबारी में सिपाही मंदीप सिंह घायल हो गए और बाद में उनकी मौत हो गई। बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स ने बगैर उकसावे के चिनाब नदी (अखनूर) से आरएस पुरा तक अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास गांवों को निशाना बना कर पूरी रात भारी गोलाबारी की। उन्होंने बताया कि परगवाल सेक्टर में बीएसएफ के एक जवान की मौत हो गई जबकि कानाचक में दो लोग घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान रेंजर्स की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अरनिया, रामगढ़, सांबा और हीरानगर सेक्टरों में आज सुबह पांच बजे तक फायरिंग और गोलाबारी जारी रही। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रहने वाले 10000 से अधिक लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। एक हजार से अधिक लोग आरएस पुरा, सांबा और कठुआ इलाकों में शिविरों में रह रहे हैं।
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