लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

गौरी लंकेश की हत्या की वजह का हुआ खुलासा, जानिये इनके जीवन की ख़ास बातें

NULL

वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या होना वाकई देशभर के मीडिया के ऊपर गहरी चोट है और ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी पत्रकार के साथ इस तरह की घटना हुई हो। 55 वर्षीय गौरी लंकेश की अज्ञात हमलावरों ने उनके घर में ही घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। इस हत्याकांड से मीडिया के साथ साथ पूरा देश ही स्तब्ध है। आईये जानते है इनकी हत्या के पीछे किन कारणों को अहम् माना जा रहा है साथ ही उनके जीवन पर भी एक नज़र डालते है।

1 232 माना जाता है गौरी लंकेश एक बेबाक और निडर पत्रकार थी और उन्होंने निर्भीकता से धार्मिक राजनीति का जमकर विरोध किया था। वर्ष 1980 में अपना पत्रकारिता करियर शुरू करने वाली गौरी लंकेश के पिता पी लंकेश भी पत्रकार थे।

4 97गौरी लंकेश कन्नड़ की साप्ताहिक पत्रिका ‘लंकेश पत्रिका’ की संपादक थीं। इस पत्रिका को उनके पिता ने ही शुरू किया था। कन्नड़ पत्रकारिता में ‘लंकेश पत्रिका’ की खास रोल रहा है। खुद दक्षिण भारत से सम्बन्ध रखे वाली गौरी दक्षिणपंथियों की कड़ी आलोचक रहीं और उनकी इसी निर्भीकता के कारण वो धार्मिक सौहार्द बढ़ाने का भी काम भी बखूबी कर रही थी।

2 119पर कहीं न कहीं उनकी इस विशेषता ने उनके दुश्मन भी जरूर बना दिए। वर्ष 2008 में जब इन्होने भाजपा नेता के खिलाफ लिखना शुरू किया तो ये रातों रात सुर्ख़ियों में गयी थी।

3 114बाद में भाजपा नेता ने इनपर मानहानि का मुकदमा भी किया था। गौरी लंकेश बंगलुरू में इकलौती महिला पत्रकार थीं, जो अपनी कलम से दक्षिणपंथी ताकतों से लोहा ले रही थीं। इस दौरान उन्हें जान से मारने की धमकियां भी मिलीं। धार्मिक कट्टरता के खिलाफ उनके भाषणों और लेखों की वजह से वो कट्टर पंथियों के निशाने पर मानी जा रही थी।

5 84हाल ही में उन्होंने लेखिका व पत्रकार राणा अय्यूब की बुक ‘गुजरात फ़ाइल्स’ का कन्नड़ भाषा में अनुवाद भी किया था। इन सभी विषयों को जांच के अहम बिंदु मानकर पुलिस अपनी कार्यवाही कर रही है और दावा किया जा रहा ही इनकी हत्या के पीछे बड़े राजनीतिक चेहरे शामिल है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

3 × 1 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।