विश्व हिन्दू परिषद के नए कार्यकारी अध्यक्ष विष्णु हरि सदाशिव कोकजे आज अयोध्या में रामलला के दर्शन किए। दर्शन और पूजन कार्यक्रम के बाद उन्होंने मीडिया को संबोधित किया। वीएचपी की कमान संभालने वाले के बाद कोकजे की ये पहली अयोध्या यात्रा है। मीडिया से बात करते हुए विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष कोकजे ने कहा कि अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो, यह सपना अशोक सिंघल और दूसरे लोगों ने देखा था। हमें पूरी उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला हमारे पक्ष में आएगा।
राममंदिर की राह में आने वाली ज्यादातर बाधाओं को दूर कर दिया गया है। कुछ लोग जरूर अपने हितों के लिए बाधा डालने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सफालता नहीं मिलेगी। एचपी और अयोध्या का नाता काफी गहरा है। अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में वीएचपी के जिन अहम किरदारों को जानती थी उनमें एक अशोक सिंघल दुनिया में रहे नहीं रहे और दूसरे प्रवीण तोगड़िया वीएचपी को रास नहीं आए। हाल ही में अध्यक्ष बने सदाशिव कोकजे राममंदिर आंदोलन के भावी किरदारों से एक चेहरा माने जा रहे हैं।
54 साल बाद वीएचपी में अध्यक्ष पद के लिए पहली बार चुनाव हुए। प्रवीण तोगड़िया से जुड़े सवाल पर कोकजे ने कहा कि वो हमारे सम्मानीय हैं। उनके बारे में कुछ भी नही कहेंगे। हमारा एजेंडा वही है जो पहले था और उसमें कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, केवल सदस्य बदले हैं। सोमवार सुबह को वे हनुमानगढ़ी पहुंच कर श्री हनुमान जी का दर्शन पूजन किया। हनुमानगढ़ी दर्शन के बाद उन्होंने रामलला का दर्शन किया। विश्व हिंदू परिषद के नव नियुक्त अध्यक्ष का अपने पदाधिकारियों के साथ अयोध्या आना महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
विष्णु सदाशिव कोकजे रविवार को ही अयोध्या पहुंच गए थे। रामलला के दर्शन के बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, जिसके बाद वे अयोध्या के संतों से मुलाकात करेंगे और उनका आशीर्वाद लेंगे। शाम 6 बजे वे संघ के नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे। हिंदू परिषद प्रमुख के साथ कार्याध्यक्ष एडवोकेट आलोक कुमार, उपाध्यक्ष चम्पत राय, संगठन महामंत्री विनायक राव देश पांडे, प्रबंधन समिति सदस्य दिनेश चंद्र, पुरुषोत्तम नारायण सिंह, केंद्रीय मंत्री राजेंद्र सिंह पंकज, क्षेत्रीय संगठन मंत्री अम्बरीष सिंह भी मौजूद हैं. वे रात को वाराणसी या दिल्ली में ठहर में सकते हैं।
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