लालकुआं : नगर पंचायत लालकुआं के अध्यक्ष रामबाबू मिश्रा द्वारा मेरे पांच साल रहे बेमिसाल के नाम से निकाली गयी स्मारिका पर विवाद उठना प्रारम्भ हो गया है। आज पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष एवं भाजपा नेता पवन सिह चौहान ने श्री मिश्रा के पांच साल के कार्यकाल को निराशा जनक बताते हुए कहा कि यदि वह नगर पंचायत के अध्यक्ष चुनकर आते है तो श्री मिश्रा द्वारा कराये गये सभी कार्यो की वह जांच करायेगे। प्रेस वार्ता के दौरान वर्तमान अध्यक्ष रामबाबू मिश्रा पर आरोप लगाते हुए चौहान ने कहा कि उक्त स्मारिका में श्री मिश्रा ने जो भी विकास कार्यो का जिक्र किया हैं वह सभी उनके कार्यकाल के दौरान के हैं तथा श्री मिश्रा स्मारिका में उक्त कार्यो को प्रकाशित कर जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लालकुआं में ट्रांसपोर्टनगर, ग्रीनपार्क, बस अड्डा,बरात घर, ईदगाह, का प्रस्ताव बना कर राज्य सरकार को उन्होने अपने कार्यकाल में भेजा था ।
लेकिन वर्तमान अध्यक्ष ने उस पर एक कदम तक नही बढाया लेकिन टाइलें लगा कर विकास की बात कर वह जनता को गुमराह कर रहे है। उन्होने कहा कि पिछले 5 सालों में कांग्रेस की सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल का साथ होने के बावजूद भी आज तक लाल कुआं वासियों को उनकी भूमि का मालिकाना हक व सीमा विस्तार नहीं हुआ यदि उन्होंने विकास ही करना था तो भूमि का मालिकाना हक व सीमा विस्तार किया जाना जरूरी था जिसमें वे पूरी तरह से असफल रहे है। जिसको जनता अब समझ चुकी है। इसका जवाब आगामी चुनावों में उन्हें जरूर देगी।
इधर नगर पंचायत अध्यक्ष रामबाबू मिश्रा ने कहा की पूर्व चेयरमैन पवन चौहान उन पर मनगढ़ंत आरोप लगाकर उनके द्वारा कराए गए विकास कार्यों को पचा नहीं पा रहे हैं। उन्होंने कहा की पूर्व चेयरमैन अपने कार्यकाल में जो भी काम अधूरा छोड़ दिए थे जिन्हें उनके कार्यकाल में तत्कालीन सरकार की मदद से पूरा किया गया है जबकि वर्तमान की डबल इंजन सरकार ने इस पर उनकी कोई मदद नहीं की। उन्होंने भी खुली चुनौती देते हुए कहा कि यदि उनके विकास कार्यों और स्मारिका का विमोचन से किसी को दिक्कत है तो वह उनसे खुद आकर बात करें। उन्होंने कहा कि जो भी विकास कार्य उनके कार्यकाल में किए गए हैं वही स्मारिका में दर्शाएं हैं यदि विकास कार्यों को कोई गलत साबित कर दें तो वह अपने पद से इस्तीफा देने को भी तैयार हैं।
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