भागलपुर : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि प्राचीन एवं ऐतिहासिक विक्रमशिला बौद्ध विहार के निकट प्रस्तावित केन्द्रीय विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए राज्य सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। श्री कुमार ने यहां डी.आर.डी.ए. सभागार में भागलपुर और बांका जिले में चल रहे विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की प्रगति को लेकर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए इन जिलों में सात निश्चय के तहत चल रही योजनाओं एवं अन्य विकास कार्यों की प्रगति को लेकर करीब दो घंटे तक जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ मंत्रणा कर उन्हें कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने प्रस्तावित विक्रमशिला विश्वविद्यालय के भूमि अधिग्रहण के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि इस संबंध में स्थानीय लोगों से बातचीत करें जिससे वे जल्द अपनी जमीन दें ताकि विश्वविद्यालय के लिए जमीन अधिग्रहण की जा सके। उन्होंने बैठक में मौजूद जनप्रतिनिधियों से भी स्थानीय लोगों से बातचीत कर जमीन अधिग्रहण की समस्या को शीघ, दूर करने की अपील की। मुख्यमंत्री ने सात निश्चय योजनाओं की समीक्षा करते हुए आर्थिक हल युवाओं को बल योजना के संबंध में जरूरी निर्देश दिए।
बैठक में मौजूद भागलपुर और बांका के जिलाधिकारी ने उन्हें बताया कि बैंकों की सुस्ती की वजह से आवेदकों को लोन नहीं मिल पा रहा है, वहीं कुशल युवा कार्यक्रम के तहत दोनों जिलों में प्रगति संतोषजनक है। इन जिलों के सभी कॉलेजों में वाई-फाई की सुविधा की प्रगति पर भी संतोष जताया गया। ऊर्जा विभाग की समीक्षा के दौरान विभाग के प्रधान सचिव ने मुख्यमंत्री को बताया कि मुख्यमंत्री ग्रामीण विद्युतीकरण योजना पर तेजी से काम हो रहा है और 3308 टोलों में से 2008 टोलों में बिजली पहुंचाने की तैयारी चल रही है और इसे हर हाल में अप्रैल 2018 तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
ट्रांसफार्मर जलने की समस्या को दूर किया जा रहा है, जो कुछ भी कमियां थीं उसके निवारण के लिए युद्धस्तर पर काम किया जा रहा है। इस पर मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जिन गांवों अथवा टोलों में बिजली पहुंचाई जा चुकी है, वहां की अद्यतन स्थिति की समीक्षा किये जाने की आवश्यकता है जिससे कोई शिकायत नहीं मिल सके। मुख्यमंत्री ने जिलों में पेयजल की समस्या के निराकरण को लेकर कई निर्देश देते हुए कहा कि भूगर्भ जल की शुद्धता पर काम करें। सबसे ज्यादा जरूरी है कि बारिश के पानी का संचय कर इसे पीने के उपयोग में लाएं ताकि बांका और आसपास के इलाकों में जहां भूगर्भ जल की समस्या है, उसे दूर किया जा सके।
उन्होंने अधिकारियों को रेनवाटर हारवेसि्टंग पर भी काम शुरू करने का निर्देश दिया। बैठक में मौजूद अधिकारियों ने श्री कुमार को मुख्यमंत्री ग्रामीण टोला संपर्क योजना, हर घर नल का जल, हर घर शौचालय एवं मुख्यमंत्री गली-नाली योजना समेत अन्य सात निश्चय की योजनाओं पर भी अद्यतन स्थिति से अवगत कराया। लोक सेवा का अधिकार कानून को लेकर भी समीक्षा की गई और इसकी प्रगति को तेज करने का निर्देश दिया गया। लोक शिकायत निवारण अधिनियम को लेकर भी मुख्यमंत्री ने कई निर्देश दिए।
इस दौरान विधायक सदानंद सिंह, विधायक सुबोध राय, नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल समेत अन्य विधायकों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपने-अपने क्षेत्र की समस्यायें रखीं। बैठक में प्रदेश के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामनारायण मंडल, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पी.के.ठाकुर सहित विभिन्न विभागों के प्रधान सचिव एवं सचिव उपस्थित थे। इससे पहले भागलपुर हवाई अड्डे पर मुख्यमंत्री ने बिहार भवन निर्माण निगम द्वारा 32 लाख 73 हजार रूपये की लागत से निर्मित लाउंज का फीता काटकर उद्घाटन किया।
देश और दुनिया का हाल जानने के लिए जुड़े रहे पंजाब केसरी के साथ।