रायपुर: छत्तीसगढ़ में पिछले पखवारे लोक निर्माण मंत्री राजेश मूणत की कथित अश्लील सीडी मामले को लेकर राजधानी में कल कांग्रेस की सभा में पथराव एवं आमने सामने हुए टकराव से सत्तारूढ़ भाजपा एवं कांग्रेस में हिंसक विवाद शुरू हो गया है। राज्य के इतिहास में पहली बार किसी मुद्दे को लेकर दोनों ही दलों के लोग खुलकर सामने आ गए है,एवं वह हिंसक विवाद में बदलता हुआ दिख रहा है।
कल हुई घटनाओं के बाद कांग्रेस ने अपनी सभा पर भाजपा की ओर से पथराव की शुरूआत होने का आरोप लगाते हुए चेतावनी भरे लहजे में कहा कि इसका खामियाजा उसके नेताओं को भी भुगतना पड़गा,जबकि भाजपा ने कहा है कि कांग्रेसियों ने अगर रवैया नही बदला तो इसके गंभीर परिणाम उन्हे भुगतने होंगे।
इस विवाद की शुरूआत कल उस समय शुरू हुई जब राजधानी में मंत्री मूणत के निर्वाचन क्षेत्र में पड़ने वाले गुढियारी में नोटबंदी को लेकर कांग्रेस की सभा में पहुंचे पार्टी के राज्य प्रभारी सांसद पी.एल. पुनिया, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा.चरणदास महंत, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल सहित राज्य के वरिष्ठ नेताओं को भाजपा के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए और कांग्रेसियों का आरोप है कि उनकी ओर से इसी दौरान पथराव भी शुरू हो गया।
कांग्रेसियों एवं प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मंत्री के जनसम्पर्क कार्यालय में भाजपा के कार्यकर्ता पहले से ही मौजूद थे। अचानक हुए पथराव से कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कुर्सियों की आड़ लेकर अपने वरिष्ठ नेताओं को बचाया। लगभग एक घंटे तक टकराव होता रहा पर पुलिस मूकदर्शक बनी रही। आरोप है कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने खाली बोतले एवं चूडियां भी फेंकी। विरोध करने वालों में महिला कार्यकर्ता शामिल थी। कांग्रेसी इसके बाद भी वहां से नही हटे और सभा की।
छत्तीसगढ़ भाजपा कांग्रेस टकराव दो अन्तिम रायपुर इस घटना के कुछ ही देर बाद प्रतिक्रिया स्वरूप दो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राजधानी के भाजपा कार्यालय पर पहुंचकर दीवार पर स्याही पोत दी।भाजपा कार्यकर्ताओं ने इनमें से एक को पकड़कर पिटाई के बाद पुलिस को सौंप दिया।भाजपा कार्यकर्ताओं के भी कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय पर पहुंचने की खबरे भी आती रही पर पुष्टि नही हुई।गुढियारी की घटना में बड़ संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को चोटे भी आई।इस घटना की दोनो ही दलों की ओर से प्राथमिकी दर्ज करवाई गई है।
कांग्रेस के राज्य प्रभारी श्री पुनिया ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आज कुछ पत्रकारों से कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंत्री के सम्पर्क कार्यालय से कांग्रेसजनों पर हमला किया,पथराव किया,चूडियां फेंकी और सभा को नहीं होने देने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि यह सीधे सीधे गुंडागर्दी है,और कांग्रेस को धमकाने का प्रयास है जिसे सहन नही किया जा सकता। उन्होंने कहा कि उनके प्रभारी बनने के बाद पार्टी के बीजापुर, बस्तर,कवर्धा आदि में हुए कार्यक्रमों में भारी भीड़ से बौखलाकर पुलिस के संरक्षण में यह सब किया जा रहा है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री डा.चरणदास महंत ने घटना की कड़ी निन्दा करते हुए आज कहा कि इस तरह की प्रवृत्ति पर तुरंत रोक लगना चाहिए।इसके लिए मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह एवं भाजपा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक को आगे आकर पहल करना चाहिए।छत्तीसगढ़ में इस तरह के टकराव के हालात उत्पन्न करना किसी के भी हित में नही है। उन्होंने कहा कि प्रतीकात्मक विरोध के लिए काले झंडे दिखाना,नारे लगाना तक तो ठीक है लेकिन पथराव करना और हिंसक टकराव करना,सभा नही करने देने का प्रयास करना अलोकतांत्रित एवं निन्दनीय है।
राज्य के इतिहास में संभवत:पहला मौका है,जब दोनो राजनीतिक दलों के बीच हिंसक टकराव की शुरूआत हुई है।खबरों के मुताबिक अगर सत्तापक्ष के आला नेताओं ने पहल नही किया तो इसके और बढ़ने के आसार है।कांग्रेसियों के भी इसके जबाव की तैयारी की खबरे है।दोनो ही दलों के बीच कई बार मुद्दों को लेकर काफी तीखे आरोप प्रत्यारोप लगते रहे है पर कभी मामला हिंसक झडप तक नही पहुंचा लेकिन सीडी विवाद ने दोनो ही दलों को आमने सामने कर दिया है।