पटना : पिछले एक महीना से विपक्ष व मीडिया लालू प्रसाद से भिड़ा हुआ है लेकिन उन्हें इसकी कोई चिंता नहीं है। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव बीते एक महीना से विवादों के कारण सुर्खियों में हैं। वहीं भाजपा के सुशील कुमार मोदी उन पर लगातार हमला कर रहे हैं। एक टीवी चैनल द्वारा जेल में बंद मो. शहाबुद्दीन के बातचीत का ऑडियो से तूफान खड़ा हो गया। इसी बीच 8 मई को देश के सुप्रीम कोर्ट ने चारा घोटाला पर उन पर मुकदमा चलाने का फैसला सुनाकर उनकी मुश्किलें बढ़ा दी। लेकिन लालू प्रसाद इन बातों से परेशान नहीं दिख रहे हैं। हमेशा की तरह परेशानी भरे दिनों में भी बिन्दास की जिन्दगी जी रहे हैं। वे पहले की तरह दिन औ रात में भी आराम से सोने चले जाते हैं। न उन्हें जेल जाने का डर न शहाबुद्दीन से बातचीत करने का भय, वे आराम से जिन्दगी जी रहे हैं।
कहा जाता है कि गरीब परिवार में जन्मे लालू प्रसाद अपने बल पर मुख्यमंत्री से लेकर रेलमंत्री की कुर्सी पर पहुंच गये। जहां लालू प्रसाद बिहार में मुख्यमंत्री थे उस समय एक तरफ रणवीर सेना तो दूसरे तरफ माले की लड़ाई चलती थी। उस समय भी उन्होंने सबको साथ लेकर चलने का काम किया। आज भी खासकर बिहार राजनीति में दो किंग मेकर की भूमिका निभा चुके हैं। आज भी नीतीश सरकार में उनके दल में सबसे ज्यादा विधायक हैं। आज भी देश की मीडिया और बिहार की मीडिया उनके खबर नहीं छापने से अखबार और चैनल सुना सुना से दिखाई देता है।
लालू प्रसाद यादव आज भी प्रेस वालों को घंटों इंतजार करने के बाद मिलते हैं। लालू प्रसाद जी विवादों में फंसे और जेल भी गये। लेकिन अंदाज निराला ही दिखा। लालू प्रसाद कहते हैं कि विरोधियों के बात सुनते सुनते और सामंतवादियों के अफवाह सुनते सुनते कान पक गये हैं। राजनीतिक में हमारी अपनी लाइफ स्टाइल है। देश में अभी भी लालू अपने दिन की शुरूआत मछली को दाना डालने और नीम के दातून से दांत साफ करने और गाय के बछड़ों की सेवा करते रहते हैं। इतने अफवाह होने के बावजूद भी लालू प्रसाद सुबह चने के सतू के साथ नमक, प्याज, नींबू, आम की चटनी खाते हैं। दोपहर में उसना मोटा चावल का भात अरहर का दाल और आलू का चोखा खाते हैं। लालू जी बीच में मसाजी खाना बंद कर दिये थे फिर खाने लगे। लालू प्रसाद पर एक पर एक नये आरोप लग रहे हैं उनकी स्थिति परेशानी वाली है लेकिन लालू प्रसाद आज भी चुप है। कहते हैं कि समय आने उन लोगों को जवाब देंगे।
(जेपी चौधरी)