रायपुर : छत्तीसगढ़ के चुनावी मिशन में कांग्रेस ने एक्शन प्लान के तहत गतिविधियां आगे बढ़ाई है। वहीं संकल्प शिविरों के बाद वहां के चुनावी अभियान की दिशा तय करने की तैयारी में है। राज्य के बिलासपुर संभाग के 24 सीटों में संकल्प शिविर का दौर पूरा होने के बाद अब यहां के लिए चुनाव अभियान समिति रणनीति तय करेगी।
सूत्रों के मुताबिक इस बार सभी सीटों के चुनावी अभियान के लिए तय की गई रणनीतियों को पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा। यही वजह है कि पार्टी के रणनीतिकारों ने एजेंडा तक सार्वजनिक करने से परहेज किया है। चुनाव अभियान समिति की 11 अप्रैल को कांग्रेस मुख्यालय में होने वाली बैठक में ही रणनीतियों पर मुहर लग सकती है। वहीं समिति के सदस्यों समेत संबंधित विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय नेताओं को अहम टास्क सौंपे जा सकते हैं।
इसके अलावा नए सिरे से बूथ, जोन और सेक्टर स्तर के कार्यकताओं और पदाधिकारियों को भी अलग से टास्क सौंपे जाएंगे। चुनावी मिशन के तहत कांग्रेस ने अपनी अलग तैयारियां की है। वहीं संकल्प शिविर के पूरा होते ही वहां चुनावी समितियों के लिए अलग-अलग बैठकें होगी। इन बैठकों में रणनीतियों को अमलीजामा पहनाने के लिए योजना बनाई जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक 90 सीटों में से करीब दो दर्जन सीटों के लिए विशेष जोर दिया गया है। इधर बिलासपुर संभाग के नतीजों को बीते चुनाव में भी कांग्रेस संगठन ने पार्टी के लिए अपेक्षित नहीं माना था। यही वजह है कि इस बार एक-एक सीटों में खामियों को दुरूस्त कर नए सिरे से रणनीति तय की जाएगी।
इनमें जातीय और राजनीतिक समीकरणों को साधने के लिए भी अलग-अलग वर्ग के नेताओं को जवाबदारी दी जा रही है। संभाग की ज्यादातर सीटों को पार्टी के रणनीतिकारों ने मौजूदा हालातों के हिसाब से पार्टी के लिए अनुकूल माना है। पार्टी के अंदरूनी सर्वे रिपोर्ट में भी कुछ इसी तरह के तथ्य सामने आए हैं।
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