बीते दो दिनों पहले यानी 15 अप्रैल के दिन ऑस्ट्रेलिया ने आईसीसी विश्व कप 2019 के लिए अपनी 15 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है। वैसे बात अगर 2015 के विश्व कप की करी जाए तो स्टीव स्मिथ के दिमाग में अभी तक विश्व कप की यादें तारों-ताजा होंगी। हालांकि तब से चीजें उनके पक्ष में रही हैं। बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 2015 विश्व कप के बाद से एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में करीब 40 से भी ज्यादा खिलाडिय़ों को आजमाया है।
भारत में हुए इस साल फरवरी-मार्च के सफल दौरे से पहले कंगारू टीम आईसीस एकदिवसीय रैंकिंग में छठे स्थान पर पहुंच गई थी जो कि 1984 के बाद उनकी सबसे खराब रैंकिंग है। पिछले कुछ महीनों में उन्होंने अपने प्रदर्शन में काफी ज्यादा सुधार किया है जिसके बाद वह एक साथ आठ एकदिवसीय मैचों में जीतने के बाद फॉर्म में लौट आए हैं।
विश्व कप के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम
स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर की टीम में वापसी होने से आस्ट्रेलिया टीम अब फिर से मजबूत दिखाई दे रही हैं लेकिन इस टीम के कुछ ऐसे खिलाड़ी जिनको इस 15 सदस्यीय टीम में मिलना चाहिए था मौका।
आरोन फिंच (कप्तान), जेसन बेहरनडॉफ, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), नाथन कूल्टर-नाइल, पैट कमिंस, उस्मान ख्वाजा, नाथन लियोन, शॉन मार्श, ग्लेन मैक्सवेल, झाई रिचर्डसन, स्टीव स्मिथ, मिचेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस, डेविड वॉर्नर और एडम जम्पा।
3.पीटर हैंड्सकॉम्ब
पीटर हैंड्सकॉम्ब ने साल 2019 में अब तक अपनी 12 पारियों में 43.54 की औसत से कुल 479 रन बनाए हैं। स्टीव स्मिथ के ना होने के बाद भी पीटर हैंड्सकॉम्ब ने अपनी टीम को कई सारे मैच जीतवाएं हैं। हैंड्सकॉम्ब स्पिन खेलने में माहिर हैं और आवश्यकता के अनुसार में अपनी बल्लेबाजी का गियर भी बदल सकते हैं। हालांकि साल की शुरूआत में वो भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं दिखा पाए।
लेकिन एकदिवसीय श्रृंखला में हैंड्सकॉम्ब ने विकेटकीपर-बल्लेबाज ने 3 मैचों में 151 रन बनाकर अपने आलोचकों को मुंह तोड़ जवाब दिया था। इसके बाद उन्होंने आस्ट्रेलिया के भारत दौरे में खेली गई एकदिवसीय श्रृंखला में उन्होंने निराशाजनक प्रर्दशन किय जिसमें उन्होंने अपनी 5 पारियों में सिर्फ 236 रन ही बनाए। इसी के चलते चयनकर्ताओं ने हैंड्सकॉम्ब की जगह स्टीव स्मिथ को टीम में शामिल किया है।
2.डार्सी शॉर्ट
डार्सी शॉर्ट बिग बैश लीग के लगातार दो सत्रों में अग्रणी रन-स्कोरर रह चुके हैं। जबकि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस प्रदर्शन को दोहराने में सफल नहीं हो सके। हालांकि पिछले सीजन में डार्सी शॉर्ट को स्पिनर्स के खिलाफ खूब संघर्ष करते हुए देखा गया था जिसकी वजह से वह आईपीएल सीजन 12 में नीलामी में अनसोल्ड रहे। वैसे ये कहना गलत नहीं होगा कि शॉर्ट के पास प्रतिभा और कौशल है लेकिन ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ता उनसे और ज्यादा अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद लगा रहे थे।
शॉर्ट को टी-20 विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में एक नई पहचान मिली क्योंकि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर में उन्होंने अभी तक ऑस्ट्रेलिया के लिए सिर्फ 20 टी-20 मैच और केवल 4 एकदिवसीय मैच खेले हैं। शॉर्ट को चयनकर्ताओं ने 15 सदस्यीय खिलाडिय़ों की सूची में नहीं शामिल किया ये खबर उनके लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण रही है।
1.जोश हेज़लवुड
कई सारे लोग ऑस्ट्रेलिया के महान गेंदबाज ग्लेन मैक्ग्रा में जोश हेजलवुड की छाया देखते हैं। हेजलवुड अपनी सटीक लाइन और लेंथ से गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं और नई गेंद को दोनों ओर से स्विंग कराने में सफल हैं। इस साल जनवरी में उनके कंधे की चोट की वजह से वह क्रिकेट से कुछ समय के लिए दूर हैं।
शायद यही वजह रही ऑस्ट्रेलिया के चयनकताओं के लिए जो उन्हें झे रिचर्डसन को विश्व कप की टीम का हिस्सा बनाना पड़ा। वैसे रिचर्डसन पिछले कुछ समय से बढिय़ा गेंदबाजी कर रहे हैं उन्होंने अपनी जबरदस्त गेंदबाजी से सभी को प्रभावित किया है। इसके साथ ही वह अपने बल्ले का दम भी मैदान में बाखूबी दिखा सकते हैं। हालही में हुए भारत के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में रिचर्डसन ने बेहद शानदार प्रदर्शन किया है।