क्रिकेट खेल को पूरी दुनिया में जेंटलमैन गेम के नाम से भी जाना जाता है। क्रिकेट में अब Sledging बहुत ही आम बात हो गई है। अक्सर देखा गया है कि विरोधी टीम स्लेजिंग की आड़ में बल्लेबाज का ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं।
टीमों के खिलाड़ी मैदान पर सहारा लेते हैं Sledging का
हमेशा देखा गया है कि जो टीम Sledging करती है वही उसमें फंस भी जाती है। आज हम आपको क्रिकेट के मैदान पर ऐसी ही 5 स्लेजिंग की घटनाओं के बारे में बतांएगे जिसमें भारतीय टीम के खिलाडिय़ों ने स्लेजिंग का करारा जवाब दिया था।
ये हैं 5 Sledging की घटनाएं जब भारतीय क्रिकेटर्स ने दिया करार जवाब
1 मैकग्राथ बनाम सचिन
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच में साल 2001 में सीरीज खेली जा रही थी जिसमें ऑस्ट्रेलिया के ग्लेंन मैकग्राथ और भारत के सचिन तेंदुलकर के बीच में जबरदस्त खेल देखने को मिला था। यह बात दोनों के बीच में हुई थी जब दोनों ही अपने कैरियर के शिखर पर थे।
यह मैच चेन्नई में खेला जा रहा था और इस मैच के दौैरान सचिन को मैकग्राथ ने स्लेज करने की कोशिश की थी लेकिन सचिन ने भी उनकी Sledging का मुंह तोड़ जवाब दिया था जिसके बाद उन्होंने सचिन को स्लेज करने के बारे में सोचा भी नहीं।
2 एलेक स्टीवर्ट बनाम सौरव गांगुली
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज सौरव गांगुली ने विदेशी सरजमी पर लगातार 2 टेस्ट मैचों में 2 शानदार शतक लगाकर अपने टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। टेस्ट क्रिकेट में कभी किसी ने ऐसा डेब्यू किया होगा। सौरव गांगुली के पहले टेस्ट के दौरान इंग्लैंड के विकेटकीपर एलेक स्टीवर्ट ने गेंदबाजों को गांगुली को जल्दी आउट करने के लिए Sledging का सहारा लेने को कहा था। उसके बाद स्टीवर्ट और बाकी गेंदबाजों ने स्लेजिंग करनी शुरू कर दी थी लेकिन गांगूली ने कोई प्रतिक्रिया नहीं की और उस मैच में शानदार शतक जड़कर उनकी बोलती बंद कर दी।
3 शोएब अख्तर बनाम सहवाग
साल 2004 में भारतीय क्रिकेटर वीरंद्र सहवाग ने मुल्तान टेस्ट मैच खेलते हुए शानदार 309 रनों की पारी खेली थी। सहवाग ने अपनी इस पारी में पाकिस्तान के जबरदस्त गेंदबाज शोएब अख्तर की गेंदबाजी को अपनी आक्रमण बल्लेबाजी करके तहस-नहस कर दी। सहवाग की उस पारी में शोएब ने उन्हें उकसाने के लिए Sledging का साहरा लिया तो वहीं सहवाग ने खड़े फील्डर से पूछा की अख्तर मुझे उन्हें पीटने को न्योता दे रहे हैं।
4 अब्दुल कादिर बनाम सचिन तेंदुलकर
वर्ष 1989 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू के दौरान महज 16 वर्ष के थे, हालाँकि सचिन के अपने करियर के शुरूआती दौर में भी अपनी प्रतिभा दिखा दी थी। मैच के दौरान युवा पाकिस्तानी स्पिनर मुशताक़ अहमद की किफ़ायती गेंदबाजी के बाद भारत को 5 ओवरों में 69 रनों की दरकार थी। इसके बाद पाकिस्तान के सीनियर स्पिनर अब्दुल कादिर ने सचिन को उनकी गेंदबाजी पर रन बनाने की चुनौती दी। जिसके बाद सचिन ने कादिर के ओवर में लगातार 3 छक्को सहित कुल 28 रन बनायें।
5 युवराज सिंह बनाम फ्लिंटॉफ / ब्रॉड
एंड्रू फ़्लिंटॉफ़ द्वारा युवराज को स्लेज करने के बाद टी-ट्वेंटी विश्वकप 2007 के दौरान डरबन के मैदान पर टी-ट्वेंटी क्रिकेट के सबसे ऐतिहासिक ओवर देखने को मिला। युवराज सिंह ने फ़्लिंटॉफ़ के स्लेजिंग का गुस्सा स्टुअर्ट ब्रॉड पर निकाला। मैच के 17वे ओवर में युवराज सिंह ने तेज गेंदबाज़ स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में लगातार 6 छक्के लगातार फ़्लिंटॉफ़ की Sledging का जवाब दिया।
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