कल से बर्मिंघम में भारत- इंग्लैंड के बीच बची हुई एकमात्र टेस्ट मैच खेली जानी हैं. मैच से पहले ही भारतीय टीम पर पूरी देश-दुनिया की नजर है. कई तरह के क्यास लगाए जा रहे हैं, जैसेकि कोहली शतक लगाएंगे या नहीं, अगर रोहित टीम में शामिल नहीं होते हैं तो बुमराह किस तरह से टीम को फिल्ड पर उतारेंगे. भारत जीतेगी या ड्रा पर सीरीज का अन्त होगा?
ऐसे कई सारे सवाल हैं जो कई क्रिकेट प्रेमी के दिल और दिमाग में चल रहे होंगे. पर एक कोच अपने खिलाड़ीयों से क्या चाहता है, ये हमें नहीं पता होता हैं.
भारत के कोच राहुल द्रविड ने बताया कि टीम के सिनियर खिलाड़ी विराट कोहली से उन्हें क्या चाहिए. उन्होंने कहा कि खिलाड़ी विभिन्न दौर से गुजरते हैं और मुझे नहीं लगता कि विराट में प्रेरणा या ललक की कमी हैं, हमेशा जोर शतक पर नहीं होना ताहिए. केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कठिन हालात में बनाए गए 79 रन भी उम्दा थे. वह तिहरे अंक तक नहीं पहुंचे, लेकिन वह बढ़िया पारी थी.उन्होंने इतने ऊंचे मानदंड बनाए हैं कि लोग शतक को ही कामयाबी मानते हैं, लेकिन एक कोच के नजरिए से मैं इनसे मैच जिताने वाला योगदान चाहता हूं, भले ही वह 50 या 60 रन की ही पारी क्यों ना हो.
कोच द्रविड ने जो कहा वो बिल्कुल सही और सच हैं क्योंकि टीम के लिए शतक नहीं बल्कि किसी भी खिलाड़ी से एक महत्तवपूर्ण पारी की दरकार होती है.
लेकिन कोहली एक लोकप्रिय खिलाड़ी हैं और लगभग ढाई साल से उन्होंने शतक नहीं लगाया हैं. तो ये लाजमी है कि उनके फैंस को शतक का इंतजार होगी ही.
इसके साथ-साथ इस बात पर भी हमें गौर करना चाहिए कि कोहली फर्स्ट डाउन पर बल्लेबाजी करते है, और अगर कल से होने वाले मैच में वो तक लगाते है, भारत एक मजबूत स्कोर खड़ा कर सकता है.