ब्रिसबेन: अपने तेज गेंदबाजों के दम पर आस्ट्रेलियाई टीम गाबा पर पहले एशेज टेस्ट में चिर प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड से खेलेगी तो एक बार फिर उसके बल्लेबाजी क्रम को आतंकित करके अपनी सरजमीं पर टेस्ट क्रिकेट की सबसे प्रतिष्ठित ट्राफी अपने नाम करना चाहेगी। आस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं ने एशेज टीम के चयन में कई हैरानी भरे फैसले लिये लेकिन उन्हें उम्मीद है कि मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और पैट कमिंस उस सफलता को दोहरा सकेंगे जो यहां 2013 में मिशेल जानसन को मिली थी। इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम के पास अधिक अनुभव नहीं है और एशेज की उसकी तैयारियों को करारा झटका लगा जब नाइटक्लब के बाहर झड़प के मामले में स्टार हरफनमौला बेन स्टोक्स निलंबित हो गए। आस्ट्रेलिया का गाबा पर रिकार्ड बेहतर रहा है जहां 1988 से उसने कोई टेस्ट नहीं गंवाया है।
इंग्लैंड 31 साल से यहां टेस्ट नहीं जीत सका है। उन्नीसवीं सदी से चली आ रही इस द्विपक्षीय सीरीज की तैयारियां पारंपरिक रूप से आक्रामक होती है। आस्ट्रेलियाई उप कप्तान डेविड वार्नर ने इसे जंग करार देते हुए कहा कि उनकी टीम इंग्लैंड के कुछ क्रिकेटरों का कैरियर खत्म करना चाहेगी। उन्होंने चार साल पहले जानसन के कातिलाना प्रदर्शन का भी जिक्र किया जब उसने ब्रिसबेन में नौ विकेट लिये थे। आस्ट्रेलिया ने पहला टेस्ट 381 रन से और सीरीज 5-0 से जीती थी।
स्टार्क की अगुवाई में तीनों तेज गेंदबाजों ने टेस्ट में कभी एक साल गेंदबाजी नहीं की है लेकिन उनका मिलकर स्ट्राइक रेट अपने पूर्व तेज गेंदबाजों से बेहतर है। स्टार्क के निशाने पर इंग्लैंड के दो बड़े बल्लेबाज कप्तान जो रूट और पूर्व कप्तान एलेस्टेयर कुक होंगे। उन्होंने कहा कि कुक और रूट इंग्लैंड के दो अहम बल्लेबाज हैं जिन्होंने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है। हम उन्हें सस्ते में आउट करना चाहेंगे ताकि उनके अनुभवहीन बल्लेबाजी क्रम पर दबाव बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि हम सभी अभी भी उनसे प्रेरणा लेते हैं।