इंग्लैंड के खिलाफ पांचवे और आखिरी टेस्ट में भारतीय टीम में डेब्यू करने वाले युवा बल्लेबाज Hanuma Vihari अपने डेब्यू मैच से पहले वह बहुत बेचैन थे।
हनुमा विहारी ने बताया कि उन्होंने भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर और इंडिया ए के कोच राहुल द्रविड़ से फोन पर बात करके उन्हें राहत मिली और वह इंग्लैंड के खिलाफ अपने पहले टेस्ट में अर्धशतक बनाने में सफल रहे और भारत को संकट से भी निकाल पाए।
जडेजा के साथ मिलकर टीम को मुश्किल वक्त से बाहर निकाला
Hanuma Vihari ने पहली पारी में 56 रन बनाए और रवींद्र जडेजा के साथ 77 रनों की शानदार साझेदारी की। भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 292 रन बनाए। तो वहीं इंग्लैंड की टीम ने रविवार को तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक 154 रन की बढ़त ले ली थी।
इस दिग्गज खिलाड़ी से बात करने पर Hanuma Vihari की बेचैनी हुई खत्म
Hanuma Vihari ने कहा, ‘मैने टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण से पहले उनसे बात की। उन्होंने कुछ मिनट मुझसे बात की, जिससे मेरी बेचैनी मिट गई। वह महान क्रिकेटर हैं और बल्लेबाजी में उनकी सलाह से मुझे काफी मदद मिली।’
तुमें खेलने की काबलियत है: राहुल द्रविड़
द्रविड़ ने Hanuma Vihari से कहा, ‘तुम्हारे पास काबिलियत है, मानसिक दृढ़ता है और जज्बा है। सिर्फ मैदान पर जाकर इसका इस्तेमाल करना है।’
हनुमा ने अपने बेहतर खिलाड़ी बनने पर द्रविड़ का इस बात का पूरा श्रेय दिया है। हनुमा विहारी भारत ए के साथ अपने सफर को बहुत महत्वपूर्ण मानते हैं।
इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों के सामने नर्वस था: Hanuma Vihari
Hanuma Vihari ने यह भी कहा कि वह जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड को खेलते समय बहुत ही नर्वस थे। हनुमा विहारी ने आगे कहा, ‘शुरूआत में मुझे दबाव महसूस हुआ लेकिन एक बार जमने के बाद मैं नर्वस नहीं था। वे विश्व स्तरीय गेंदबाज हैं और मिलकर 990 विकेट ले चुके हैं । मैं सकारात्मक सोच के साथ खेलना चाहता था। खासकर जब विराट क्रीज पर होते हैं तो सिर्फ स्ट्राइक रोटेट करके साझेदारी बनानी होती है।’ उन्होंने विराट कोहली की तारीफ करते हुए कहा, ‘दूसरे छोर पर विराट के होने से मेरा काम आसान हो गया।’