आईपीएल के 12वें सीजन का फाइनल आज 12 मई को चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच में है। बता दें कि यह दोनों टीमें आईपीएल फाइनल में चौथी बार एक दूसरे के आमने-सामने हैं। इतना ही नहीं दोनों चौथी बार आईपीएल फाइनल जीतने के लिए मैदान पर उतरेंगी। मुंबई और चेन्नई के बीच तीन फाइनल मैच हो चुके हैं जिसमें से मुंबई को दो मैचों में जीत मिली है। इसके साथ ही चेन्नई मुंबई के खिलाफ एक ही मैच जीत पाई है।
आईपीएल में चेन्नई की टीम को ग्रुप स्टेज की दमदार टीम माना जाता है। दूसरी तरफ मुंबई इंडियंस ने आईपीएल में हमेशा धीमी शुरूआत की है और फिर वह अपने शानदार प्रदर्शन से फाइनल में जगह बना लेती है। यह फाइनल तीसरी बार है जब दोनों टीमें एक दूसरे से भिडेंगी।
ये है पहला संयोग
आईपीएल फाइनल में मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स चौथी बार आमने-सामने नजर आएंगी। इससे पहले तीन फाइनल मैचों में नजर डालें तो जिस टीम ने पहले बल्लेबाजी की है उसी टीम ने फाइनल जीता है। 2010 में चेन्नई ने मुंबई को पहली बार 22 रन से हराया था तो वहीं 2013 में मुंबई ने दूसरी बार चेन्नई को 23 रन से हराया।
फिर उसके बाद 2015 में मुंबई ने चेन्नई को 41 रन से हराया था। इसके साथ ही 2017 में जब महेंद्र सिंह धोनी राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के कप्तान थे तब भी फाइनल में मुंबई के साथ खेला था। उस समय मुंबई ने पुणे को 1 रन से हराया था। तो अब जो टीम पहले बल्लेबाजी करेगी वही खिताब अपने नाम करेगी।
ये कहता है दूसरा संयोग
चेन्नई सुपर किंग्स के लेग ब्रेक गेंदबाज कर्ण शर्मा आईपीएल में फाइनल जिस टीम की तरफ से खेले हैं वह हमेशा फाइनल जीती है। 2016 में सबसे पहले कर्ण शर्मा सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा थे जो फाइनल जीती थी। उसके बाद 2017 में मुंबई इंडियंस की तरफ से खेले और उसने भी खिताब अपने नाम किया। चेन्नई के साथ 2018 में कर्ण जुड़े थे और खिताब उस साल चेन्नई ने अपने नाम किया था। अब यह देखना दिलचस्प रहेगा कि यह भाग्य चेन्नई का साथ देता है या नहीं।
ये है तीसारा संयोग
आईपीएल के आंकड़ों को देखें तो मुंबई की तरफ ज्यादा है। मुंबई ने आईपीएल का खिताब 2013,2015 और 2017 में अपने नाम किया था। तीनो साल विषम संख्या में रहा है अब यह देखना है क्या इस साल भी ऐसा देखने को मिलता है।