भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर गेंदबाज रविचन्द्रन अश्विन काफी लंबे समय से भारत की वनडे टीम और टी20 टीम से बाहर चल रहे हैं। आईपीएल में अश्विन किंग्स इलेवन पंजाब टीम की कप्तानी कर रहे हैं। आईपीएल के दो सीजन में अश्विन ने शानदार कप्तानी की है जिसके बाद भी प्लेऑफ में टीम पहुंची नहीं है। आईपीएल 2019 में किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान अश्विन ने 12 मैच खेले हैं और उसमें 14 बल्लेबाजों को आउट किया है।
नहीं मिली विश्व कप टीम में जगह
भारत के लिए रविचंद्रन अश्विन ने अपना आखिरी वनडे मैच 2017 चैंपियंस ट्रॉफी में वेस्टइंडीज के खिलाफ खेला था। उसके बाद वह भारतीय टीम में जगह नहीं बना पाए। अश्विन को चैंपियंस ट्रॉफी के दौरान मध्य क्रम के ओवरों में कोई भी सफलता नहीं मिल पार्ई थी जिसकी वजह से उनकी बहुत आलोचना हुई थी।
भारतीय टीम में अश्विन की जगह युवा स्पिनर कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल से पूरी कर दी है। कुलदीप और युजवेंद्र चहल को जब भारतीय टीम में आने का मौका मिला तो इन दोनों ने इस मौके को अपने हाथ से जाने नहीं दिया और इसका अच्छी तरह से फायदा उठाया।
इन दोनों स्पिनरों ने मध्य क्रम के ओवरों में विकेटें लेकर अपनी टीम को कई मैचों में जीत दिलाई। यही वजह है कि अश्विन को अब भारतीय वनडे टीम और टी20 टीम में जगह नहीं मिलेगी।
अश्विन ने अपने आपको बेस्ट बताया है
आईपीएल इतिहास में रविचंद्रन अश्विन ने अपने आपको बेहतरीन स्पिनर बता दिया है। आईपीएल 2009 से अश्विन खेल रहे हैं और उन्होंने आईपीएल में उनका नाम सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में आता है। अश्विन के आईपीएल कैरियर की बात करें तो किंग्स इलेवन पंजाब में खेलने से पहले वह चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में खेलते थे। आईपीएल में अश्विन ने 137 मैचों में 124 विकेट ले रखी हैं।
अश्विन ने हाल ही में अपने इंटरव्यू में कहा है, एक बार जब मैं एक विशेषज्ञ बन गया हूं और मुझे इसके लिए भुगतान किया गया है, तो मैं अपनी गेंदबाजी से हमेशा अच्छा प्रदर्शन करुंगा। लेकिन अभी, मैं यह सोचना चाहूंगा कि मैं अभी वहीं हूं और मैं आगे कितने समय तक जा सकता हूं। मैं कभी किसी से प्रतिस्पर्धा करने से नहीं डरता हूं। मैं ढेर के सबसे ऊपर हूं। लेकिन देखिए, ऐसे लोग होते हैं जो आपसे बेहतर होंगे और किसी न किसी स्टेज पर आपसे आगे निकल जाएंगे।
आर अश्विन ने आगे कहा, उनका आईपीएल करियर काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। यह पिछले कुछ सालों में मेरे ओवरों की संख्या के चलते हुआ। कई मैचों में मैंने अपने कोटे के चार ओवर भी पूरे नहीं डाले। वहीं पिछले और इस साल मैंने पूरी गेंदबाजी की। मुझे नई चीजें करना पसंद है। आपको काफी प्रतिस्पर्धी होना होता है और मैं वह हूं। इस पर मुझे गर्व भी है।