मोहाली : आखिरी दस ओवरों में तूफानी बल्लेबाजी और फिर कसी हुई गेंदबाजी के दम पर किंग्स इलेवन पंजाब ने आज यहां कोलकाता नाइटराइडर्स को 14 रन से हराकर आईपीएल दस के प्लेआफ में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जीवंंत बनाये रखा। किंग्स इलेवन ने धीमी शुरूआत के बावजूद कप्तान ग्लेन मैक्सवेल (25 गेंदों पर 44) और विकेटकीपर बल्लेबाज रिद्विमान साहा (33 गेंदों पर 38 रन) की पारियों से छह विकेट पर 167 रन बनाये। उसने आखिरी दस ओवरों में 104 रन ठोके। केकेआर की तरफ से क्रिस वोक्स ने चार ओवर में 20 रन देकर दो विकेट जबकि स्पिनर कुलदीप यादव ने तीन ओवर में 34 रन देकर दो विकेट हासिल किये। क्रिस लिन ने 52 गेंदों पर आठ चौकों और तीन छक्कों की मदद से 84 रन बनाये लेकिन किंग्स इलेवन के गेंदबाजों की तारीफ करनी होगी जिन्होंने कसी हुई गेंदबाजी करके केकेआर के अन्य बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। यहां तक कि बीच में उन्होंने लिन पर भी लगाम कसे रखी जिससे केकेआर आखिर में छह विकेट पर 153 रन तक पही पहुंच पाया।
किंग्स इलेवन की यह केकेआर के खिलाफ लगातार चार हार के बाद पहली जीत है। उसकी तरफ से लेग स्पिनर राहुल तेवतिया ने चार ओवर में 18 रन देकर दो और तेज गेंदबाज मोहित शर्मा ने 24 रन देकर दो विकेट लिये। यह किंग्स इलेवन की 12वें मैच में छठी जीत है जिससे उसके 12 अंक हो गये हैं। उसे प्लेआफ में पहुंचने के अभी अपने अगले दोनों मैच भी जीतने होंगे और बाकी मैचों में भी अनुकूल परिणाम की उम्मीद रखनी होगी। केकेआर की यह 13 मैचों में पांचवीं हार है हालांकि वह 16 अंकों के साथ अब भी अंकतालिका में दूसरे स्थान पर बना हुआ है। इस हार से केकेआर की शीर्ष दो में जगह बनाने की राह थोड़ा कठिन हो गयी है। यही नहीं तीन प्लेआफ स्थानों के लिये चार टीमों केकेआर, किंग्स इलेवन, राइजिंग पुणे सुपरजाइंट और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच मुकाबला पहले की तरह बना हुआ है।
सुनील नारायण (18) ने हमेशा की तरह श्शुरू में ही बड़े शाट खेलने शुरू किये। उन्होंने संदीप शर्मा की पहली दो गेंदों पर चौके लगाये लेकिन मोहित शर्मा ने पारी के चौथे ओवर में आफ कटर पर उनका विकेट थर्रा दिया। दूसरे छोर से हालांकि लिन ने ताबड़तोड़ रन बनाने शुरू कर दिये थे। अक्षर पटेल पर दो चौके तथा मैट हेनरी पर चौका और छक्का लगाकर वह पावरप्ले में टीम का स्कोर 61 रन तक ले गये। इसके बाद अगले छह ओवर तक गेंद सीमा रेखा तक नहीं पहुंची। इस बीच केवल 25 रन बने जबकि लेग स्पिनर तेवतिया के एक ओवर में कप्तान गौतम गंभीर और रोबिन उथप्पा (शून्य) पवेलियन लौटे। गंभीर ने 18 गेंदों पर सिर्फ आठ रन बनाये। लिन ने 29 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया।
उन्होंने ही स्वप्निल सिंह की पारी के 13वें ओवर की पांचवीं गेंद छक्के के लिये भेजकर बल्लेबाजों की चुप्पी तोड़ी। लिन ने इसके बाद पटेल की गेंद भी छह रन के लिये भेजी। मनीष पांडे (23 गेंदों पर 18 रन) के साथ उन्होंने चौथे विकेट के लिये 52 रन जोड़े। इसके तुरंत बाद वह रन आउट हो गये जिससे केकेआर की उम्मीदों को करारा झटका लगा। केकेआर को आखिरी दो ओवर में 29 रन की दरकार थी, लेकिन यूसुफ पठान (दो) फिर से उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। वोक्स ने छक्का जड़कर कुछ उम्मीद जगायी लेकिन तब भी अंतिम ओवर में 20 रन चाहिए थे। संदीप शर्मा ने इस ओवर में केवल पांच रन दिये। इससे पहले किंग्स इलेवन ने टास गंवाने के बाद पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर अपेक्षाकृत धीमी शुरूआत की और इसके बाद उसने 17 रन के अंदर मनन वोहरा (25) , मार्टिन गुप्टिल (12) और शान मार्श (11) के विकेट गंवा दिये। मैक्सवेल और साहा ने चौथे विकेट के लिये सात ओवरों में 71 रन की साझेदारी की।
वोहरा ने पावरप्ले में रन बनाने की बीड़ा उठाया लेकिन उमेश यादव (26 रन देकर एक) पर दो चौके जडऩे के बाद वह इसी गेंदबाज की उठती गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे। सुनील नारायण (27 रन देकर एक) ने गुप्टिल के संघर्ष का अंत किया जबकि वोक्स ने गुडलेंथ गेंद पर मार्श की गिल्लियां बिखेरी। पहले दस ओवर के बाद स्कोर तीन विकेट पर 63 रन था। मैक्सवेल ने अगले ओवर में कोलिन डि ग्रैंडहोम पर दो छक्केे जड़कर किंग्स इलेवन के समर्थकों में कुछ जान भरी। इसके बाद उन्होंने चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप की गेंदों पर मिडविकेट क्षेत्र में दो गगनदायी छक्के लगाये लेकिन तीसरी गेंद गुगली थी जिसे वह हवा में लहरा गये और लांग आफ पर वोक्स ने उसे बड़ी खूबसूरती से कैच में बदल दिया। कुलदीप ने अगले ओवर में साहा को भी छक्का जडऩे का मजा चखाया। इस बार भी गेंद गुगली थी जिसे साहा नहीं समझ पाये और रोबिन उथप्पा ने उन्हें स्टंप आउट करने में देर नहीं लगायी। साहा ने दो चौके और एक छक्का लगाया। वोक्स ने स्वप्निल सिंह (दो) को आते ही पवेलियन की राह दिखायी। तेवतिया 15 और अक्षर पटेल आठ रन बनाकर नाबाद रहे।
(भाषा)