कोलकाता : कुलदीप यादव एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय स्पिन गेंदबाज बन गए हैं। वह तीसरे और 26 वर्षों के बाद यह कारनामा करने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं।
इस चाइनामैन गेंदबाज ने पारी के 33वें ओवर में मैथ्यू वेड (दो) को बोल्ड किया, एशटन एगर को पगबाधा आउट किया और पैट कमिन्स को धोनी के हाथों कैच कराकर हैट्रिक पूरी की। उनसे पहले चेतन शर्मा और कपिल देव ने वनडे में भारत की तरफ से हैट्रिक बनाई थी।
चेतन शर्मा ने विश्व कप 1987 में 31 अक्टूबर को नागपुर में खेले गए मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ हैट्रिक बनाई थी, जबकि कपिल ने चार जनवरी 1991 को ईडन गार्डन्स पर ही श्रीलंका के खिलाफ तीन गेंदों पर तीन विकेट लेकर इस सूची में अपना लिखवाया था। कुलदीप अंडर-19 वनडे में भी हैट्रिक बनाई थी। वह पहले ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने अंडर-19 स्तर और फिर वनडे में यह उपलब्धि हासिल की।
हैट्रिक लगाने वाले पहले चाइनामैन गेंदबाज बने- कुलदीप यादव ने इडन गार्डंस स्टेडियम में ऑस्ट्रेलियाई पारी के दौैरान जैसे ही 33वें ओवर में अपनी हैट्रिक पूरी की, वो वनडे क्रिकेट के इतिहास में हैट्रिक लगाने वाले पहले चाइनामैन गेंदबाज बन गए। कुलदीप ने वनडे क्रिकेट इतिहास की 42वीं हैटिक अपने नाम की, लेकिन उनसे पहले 41 बार ये कारनामा करने वाले गेंदबाजों में से कोई भी बाये हाथ से स्पिन नहीं फेंकता था।
जूनियर और सीनियर में हैट्रिक बनाने वाले पहले भारतीय- कुलदीप यादव ने अपनी गेंदबाजी के दौरान एक और कारनामा भी किया। यूपी के कानपुर के रहने वाले मात्र 22 साल के इस स्पिन गेंदबाज ने जूनियर क्रिकेट यानि अंडर-19 और सीनियर क्रिकेट में हैट्रिक लगाने वाला पहला भारतीय और दुनिया का मात्र चौथा गेंदबाज बनने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। कुलदीप ने वर्ष 2014 के अंडर-19 विश्व कप में भी स्कॉटलैंड के खिलाफ हैट्रिक लगाई थी। उनसे पहले ये कारनामा ऑस्ट्रेलिया के डेमियन फ्लेमिंग, पाकिस्तान के अब्दुल रज्जाक और वेस्टइंडीज के जर्मेन लॉसन ही कर पाए थे।
कोलकाता के इडन गार्डंस स्टेडियम में भी ये भारत के लिए तीसरी हैट्रिक है। वनडे में यहां पर कुलदीप से पहले कपिल देव ने ये कारनामा किया था, जबकि टेस्ट क्रिकेट में इसी मैदान पर हरभजन सिंह ने ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ वर्ष 2001 के मशहूर कोलकाता टेस्ट में हैट्रिक लगाने का कारनामा किया था।