एशिया कप के सुपर फोर का आखिरी मैच बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच में खेला गया जिसमें बांग्लादेश ने पाकिस्तान को 37 रन से करारी हार देकर अपनी जगह फाइनल में पक्की कर ली है।
बता दें कि बांग्लादेश के कप्तान Mashrafe Mortaza का जो कैच था वह मैच का टर्निंग प्वाइंट बना। पाकिस्तान के क्रिकेटर शोएब मलिक को आउट करने के लिए मुर्तजा ने हवा में छलांग लगाकर शानदार कैच लपक कर उस मैच को अपनी झोली में डाल लिया।
एशिया कप के आखिरी सुपर फोर मैच में बांग्लादेश के कप्तान मशरफे मुर्तजा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। बांग्लादेश की बहुत ही खराब शुरूआत हुई थी उनके 12 रन पर 3 विकेट गिर गए थे।
मुशफिकुर रहीम ने मोहम्मद मिथुन के साथ मिलकर शानदार साझेदारी की और टीम के स्कोर को 239 के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। रहीम एक रन से शतक बनाने से चूक गए।
बांग्लादेश ने 37 रन से जीता मैच
240 रन का पीछा करने उतरे पाकिस्तान की बल्लेबाजी एक बार फिर से नाकाम साबित हुई। 50 ओवर में पाकिस्तान की टीम 9 विकेट पर 202 रन ही बना सकी। बांग्लादेश ने 37 रन से मैच जीता और शान से लगातार दूसरी बार एशिया कप फाइनल में जगह बना ली।
मैच का रुख Mashrafe Mortaza के कैच से बदल गया
बांग्लादेश के कप्तान Mashrafe Mortaza ने पाकिस्तान के सबसे अनुभवी बल्लेबाज शोएब मलिक का शानदार कैच लकपकर मैच बदल दिया। इमाम उल हक और शोएब मलिक बांग्लादेश के लिए मुसीबत बनते जा रहे थे।
दोनों ने चौथे विकेट के लिए 67 रन जोड़ लिए थे तभी मुर्तजा ने हवा में उड़ते हुए असाधारण कैच पकड़ मलिक को पवेलियन का रास्ता दिखा दिया।
मलिक का कैच नहीं छोड़ा खुशकिस्मत हूं
इस शानदार कैच के बाद हर तरफ सन्नाटा छा गया था। पाकिस्तानी फैंस को इस विकेट का महत्व पता था तभी सभी चेहरे उतर गए। तेज गेंदबाज रुबेल हुसैन की गेंद पर लगभग हवा में तैरते हुए मलिक का कैच हर किसी को हैरान कर गया।
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What A Catch By Mashrafe Mortaza 👏👏👏 pic.twitter.com/1v47DJbptY— Ussi (@Ussi499) September 26, 2018
मुर्तजा को उनकी गेंदबाजी और कप्तानी के लिए जाना जाता है लेकिन फील्डर वो औसत हैं। कैच पर मुर्तजा ने कहा, ‘खुशकिस्मत हूं कि मैंने उस कैच नहीं छोड़ा, मलिक टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं और वो फॉर्म में हैं।’