भारत ने एशिया कप 2018 के ग्रुप स्टेज मुकाबले में चिर प्रतिद्वंदी पाकिस्तान को बुरी तरह 8 विकेट से करारी शिकस्त देकर पिछले साल जून में हुए आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में मिली हार का बदला चुकता कर लिया। पाकिस्तान की ओर से मिले 163 रन के लक्ष्य को भारत ने 29 ओवर्स में 2 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया। भारत की इस जीत में गेंदबाजों की भूमिका तो अहम रही ही, बल्लेबाजी में भी कप्तान रोहित शर्मा ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेलते हुए पाकिस्तानी गेंदबाजों के लिए कोई मौका नहीं छोड़ा। रोहित ने 39 गेंदों की अपनी पारी में 6 चौकों तथा 3 छक्कों की मदद से तेज तर्रार 52 रन बनाए। इसके साथ ही उन्होंने कई रिकॉर्ड्स भी अपने नाम किए।
रोहित के नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 294 छक्के दर्ज हो गए हैं। इसके साथ ही वह तेजी से छक्के मारने वाले बल्लेबाजों में तीसरे नंबर पर पहुंच गए।
वनडे में 100 सिक्स मारने वाले बल्लेबाजों में वह तीसरे नंबर पर हैं, जो सबसे तेजी से छक्के मारते हैं। पहले नंबर पर शाहिद आफरीदी हैं। वह वनडे में हर 26 गेंद के बाद छक्का जड़ देते थे। वहीं दूसरे नंबर पर ब्रैंडन मैक्कुलम हैं। जो 27 बॉल के बाद छक्का जड़ देते हैं। तीसरे नंबर पर रोहित शर्मा हैं। वह हर 35 बॉल के बाद छक्का जड़ते हैं।
टीम इंडिया के हिटमैन रोहित शर्मा इस समय दुनिया में बतौर ओपनर सबसे ज्यादा औसत रखते हैं, जिन्होंने कम से कम 50 पारियां खेलने वाले ओपनर्स में इस लिस्ट में रोहित शर्मा (54.50) के बाद हाशिम अमला (50.10), सचिन तेंदुलकर (48.29), शिखर धवन (46.68), ब्रायन लारा (46.08) और तिलकरत्ने दिलशान (46.04) का नंबर आता है।
रोहित शर्मा एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज़ बन गए हैं। उनके नाम 256 रन दर्ज हैं। इससे पहले विराट कोहली (255) रन सबसे सफल भारतीय बल्लेबाज़ थे।
कप्तान के तौर पर पाकिस्तान के खिलाफ उनका यह पहला मुकाबला था, जिसमें शानदार जीत दर्ज करने के बाद वह बिशन सिंह बेदी, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और महेंद्र सिंह धौनी के साथ एक स्पेशल क्लब में शामिल हो गए। दरअसल, इन सभी खिलाड़ियों ने पाकिस्तान के खिलाफ कप्तान के तौर पर अपने पहले मुकाबले में जीत दर्ज की है। बिशन सिंह बेदी ने 1978 में पाकिस्तान के खिलाफ पहली बार कप्तानी की थी और भारत उस मैच में जीता था। सचिन तेंदुलकर ने 1996 में पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ कप्तानी की और उस मैच में जीत हासिल की। सौरव गांगुली को 2000 में पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ कप्तानी करने का मौका मिला और भारत ने इस मैच में जीत दर्ज की। महेंद्र सिंह धौनी ने 2007 में पहली बार पाकिस्तान के खिलाफ कप्तानी करते हुए जीत हासिल की।