ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत ने वनडे सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया है और साथ ही ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 70 सालों में पहली बार वनडे सीरीज में हराया है।
भारतीय टीम की इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट बोर्ड की इस हरकत पर बहुत गुस्सा आया है। भारतीय टीम की जीत के बाद खिलाडिय़ों को प्राइज मनी ना मिलने से गावस्कर को बहुत ही हैरानी हुर्ई है।
भारतीय टीम को नहीं दी जीत की प्राइज मनी
बता दें कि मेलबर्न मैच के बाद भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने एक इंटरव्यू में बात करते हुए कहा, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने टीवी राइट और दूसरे कई माध्यम के जरिए इस दौरे के दौरान काफी रेवेन्यू कमाने का काम किया।
भारतीय खिलाडिय़ों को भी क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया द्वारा इस रेवेन्यू का भागीदार बनाना चाहिए था। भारत ने पहली बार ऑस्ट्रेलिया को उसी के सरजमीं पर वनडे और टेस्ट सीरीज में हराने का काम किया है। लिहाजा खिलाड़ी कैश प्राइज के हकदार थे।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया पर आया सुनील गावस्कर को गुस्सा
इतना ही नहीं मेलबर्न वनडे मैच के मैन ऑफ द मैच का खिताब युजवेंद्र चहल को बनाया गया और मैन ऑफ द सीरीज का खिताब भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को बनाया गया है। इन दोनों को प्राइज मनी के तौर पर 500 अमेरिकी डॉलर मिले यानी लगभग 35 हजार भारतीय रूपए दिए हैं जिसपर गावस्कर को बहुत हैरानी हुई है। बता दें कि चहल और धोनी दोनों ने ही अपनी यह प्राइज मनी चैरिटी में दे दी है।
सुनील गावस्कर ने इस मामले पर बात करते हुए कहा, जब खिलाडिय़ों की वजह से आयोजकों की कमाई होती है तो उनका फर्ज बनता है कि वह खिलाडिय़ों को भी जायज ईनाम देने का काम करें। विंबलडन चैंपियनशिप्स का उदाहरण देते हुए गावस्कर ने कहा कि 2018 के विंबलडन चैंपियनशिप्स में पहले राउंड में बाहर होने वाले खिलाडिय़ों को भी 36 लाख भारतीय रूपए दिए गए थे, जबकि जीतने वाले को लगभग 21 करोड़ रूपए मिले थे। ऐसे में क्रिकेटरों के जरिए कमाए गए पैसों में से प्राइज देने में कंजूसी क्यों दिखाई जाती है।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारतीय टीम ने तीसरे और आखिरी मैच को 7 विकेट से जीता और सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को मेलबर्न वनडे मैच जीतने केलिए 231 रनों का लक्ष्य दिया था।
भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन अच्छी शुरूआत देने में असफल रहे उसके बाद कोहली और धोनी ने धीरे-धीरे रन बनाने शुरू किए लेकिन कप्तान भी 42 रन बनाकर आउट हो गए और उसके बाद धोनी और जाधव ने शानदार बल्लेबाजी करके टीम को यह जीत दिलाई और सीरीज पर कब्जा किया।