हैदराबाद : आईपीएल के इतिहास की दो सबसे सफल टीमें चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस रविवार को होने वाले टूर्नामेंट के 12वें संस्करण के फाइनल में चौथी बार खिताब के लिए एक-दूसरे को कड़ी चुनौती देंगी। चेन्नई और मुंबई आईपीएल में तीन-तीन बार खिताब जीत चुकी हैं और दोनों की नजरें चौथी बार खिताब पर हैं। आईपीएल इतिहास के दो सबसे सफल कप्तानों चेन्नई के महेंद्र सिंह धोनी और मुंबई के रोहित शर्मा एक-दूसरे को चुनौती देने के लिए कमर कस चुके हैं।
टूर्नामेंट के लीग चरण में मुंबई चोटी और चेन्नई दूसरे स्थान पर रही थीं। दोनों टीमों के बीच पहले क्वालीफायर में मुकाबला हुआ था जिसमें मुंबई ने जीत हासिल की थी। चेन्नई ने दूसरे क्वालीफायर में कल विशाखपत्तनम में दिल्ली कैपिटल्स को हराकर आठवीं बार फाइनल में जगह बनायीं थी। मुंबई का यह पांचवां फाइनल है। चेन्नई और मुंबई इससे पहले 2010, 2013 और 2015 के फाइनल में भिड़े थे जिसमें चेन्नई ने 2010 में और मुंबई ने 2013 तथा 2015 में खिताबी जीत हासिल की थी। मुंबई ने अपना आखिरी खिताब 2017 में पुणे को हराकर जीता था जबकि चेन्नई ने 2018 में हैदराबाद को हराकर खिताब जीता था।
दोनों टीमों ने इस सत्र में शानदार प्रदर्शन किया है और उनके बीच विस्फोटक खिताबी मुकाबला होने की पूरी उम्मीद है। दोनों के बीच पहले क्वालीफायर में मुंबई ने एकतरफा अंदाज में जीत हासिल की थी। मुंबई ने चेन्नई में पहले क्वालीफायर में छह विकेट से हराया था। मुंबई की चेन्नई पर चेन्नई में यह लगातार पांचवीं जीत थी। लीग मैचों में मुंबई ने चेन्नई को मुंबई में 37 रन से और फिर चेन्नई को उसी के मैदान में 46 रन से हराया था।
पहले क्वालीफायर में मुंबई ने अपने स्पिनरों की शानदार गेंदबाजी और सूर्यकुमार यादव की नाबाद 71 रन की बेहतरीन पारी के दम पर चेन्नई को 6 विकेट से हराया था। मुंबई ने चेन्नई को चार विकेट पर 131 रन के सामान्य स्कोर पर रोकने के बाद 18.3 ओवर में चार विकेट पर 132 रन बनाकर जीत अपने नाम की थी। दूसरे क्वालीफायर में चेन्नई ने अपने गेंदबाजों के दमदार प्रदर्शन और ओपनरों फाफ डू प्लेसिस (50) तथा शेन वाटसन (50) के शानदार अर्धशतकों से दिल्ली कैपिटल्स को छह विकेट से हराया था। चेन्नई ने दीपक चाहर, हरभजन सिंह, रवींद, जडेजा और ड्वेन ब्रावो के दो-दो विकेट की बदौलत दिल्ली को नौ विकेट पर 147 के स्कोर पर रोकने के बाद 19 ओवर में 4 विकेट पर 151 रन बनाकर मुकाबला जीत लिया।
चेन्नई के ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह अपनी पुरानी टीम मुंबई को करारा जवाब देने के लिए तैयार होंगे। 11 सत्र तक मुंबई की तरफ से खेलने वाले हरभजन को मुंबई ने इस बार रिटेन नहीं किया था और नीलामी में हरभजन को चेन्नई ने खरीदा था। धोनी ने इस सत्र में हरभजन को मारक अस्त्र के रूप में पेश किया है जो 16 विकेट ले चुके हैं। चेन्नई के लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने 15 विकेट हासिल किये हैं। तीनों स्पिनर अब तक 55 विकेट ले चुके हैं। चेन्नई के तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने 19 विकेट हासिल किये हैं। चेन्नई की चौथी बार खिताबी उम्मीद का दारोमदार इन चारों गेंदबाजों पर रहेगा।