गुवाहाटी : भारतीय महिला टीम सोमवार से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही तीन मैचों की टी20 क्रिकेट श्रृंखला से अगले साल होने वाले इस प्रारूप के विश्व कप के लिए खिलाड़ियों के कोर ग्रुप को तैयार करना चाहेगी। भारतीय टीम ने हाल में 50 ओवर के प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन खेल के इस प्रारूप में उसे काफी सोच विचार करना है क्योंकि न्यूजीलैंड दौरे पर टीम को 0-3 से हार का सामना करना पड़ा था।
न्यूजीलैंड में टी20 में सूपड़ा साफ होने से पहले टीम ने एकदिवसीय श्रृंखला को 2-1 से अपने नाम किया था। भारत ने मुंबई में खेले गये तीन मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला में इंग्लैंड को 2-1 से हराया है। टी20 टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर की चोट से उबर नहीं पायी हैं और उनकी गैरमौजूदगी में लय में चल रही सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना टीम की अगुवाई करेंगी जहां उनके पास नेतृत्व क्षमता को साबित करने का मौका होगा।
हरमनप्रीत की गैरमौजूदगी में सीनियर खिलाड़ी और एकदिवसीय टीम की कप्तान मिताली राज को तीन मैचों की इस श्रृंखला में अहम भूमिका निभानी होगी। न्यूजीलैंड दौरे पर पहली दो टी20 में मिताली को टीम में जगह नहीं दी गयी थी और तीसरे टी20 में 24 रन की उनकी नाबाद पारी भी टीम को जीत नहीं दिला सकी। टीम में वापसी कर रही वेदा कृष्णामूति के प्रदर्शन पर भी निगाहें लगी होंगी जिन्हें 2018 टी20 विश्व कप में खराब प्रदर्शन के बाद बाहर कर दिया गया था।
प्रिया पूनिया और डी हेमलता की जगह टीम में शामिल हुई हरलीन देओल और भारती फुलमाली भी खुद को साबित करना चाहेंगी। मानसी जोशी की जगह बायें हाथ की गेंदबाज कोमल जनजाद अंतरराष्ट्रीय पदार्पण कर सकती है। तेज गेंदबाजी की अगुवाई शिखा पांडे करेंगी। टीम में पांच विशेषज्ञ स्पिनरों को जगह मिली है।