नई दिल्ली : टीम इंडिया से बाहर चल रहे क्रिकेटर यूसुफ पठान के बारे में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। वह डोप टेस्ट में मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वह पिछले दिनों एक टूर्नामेंट के दौरान डोप टेस्ट में फेल हो गए थे।भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने पांच महीनों के लिए ससपेंड कर दिया है। पठान पर डोपिंग नियमों का उल्लंघन करने का आरोप है। अगर हम इस रणजी सत्र की बात करें तो पठान के लिए रणजी का ये सीजन कुछ खास नहीं रहा। उन्होंने इस सीजन में दो मैच खेले. एक आंध्र के खिलाफ और दूसरा मध्यप्रदेश के खिलाफ।
यूसुफ पठान ने रणजी में अपना आखिरी मैच आंध्रप्रदेश की टीम के खिलाफ खेला था। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, पठान ने खुद को अस्वस्थ महसूस करने के बाद एक मेडिसिन ली थी। इसमें ब्रोजीट नाम की दवा भी थी। ये ऐसा पदार्थ है जो बैन पदार्थों की लिस्ट में आता है। हालांकि ये बात सामने आ रही है कि इसकी जानकारी न तो पठान को थी और न ही उन्हें इसकी सलाह देने वाले डॉक्टर को।
पठान दूसरे क्रिकेटर हैं, जो कि डोप टेस्ट में फेल हुए हैं। 2013 में दिल्ली के मीडियम पेसर प्रदीप सांगवान डोप टेस्ट में असफल हुए थे। उसके बाद उन्हें 18 महीने का प्रतिबंध झेलना पड़ा है।
रणजी सीजन में सिर्फ एक मैच में चले
यूसुफ पठान में हाल में खत्म हुए रणजी सीजन के दो मैच में 1,58 और 111, 136 रनों की पारियां खेलीं. हालांकि उन्हें विकेट नहीं मिले. लेकिन इस बार बड़ौदा की टीम का रणजी में प्रदर्शन काफी बुरा रहा। इसी कारण बीच सीजन में ही उनके भाई इरफान पठान को टीम की कप्तानी से भी हटा दिया गया।
सेंचुरियन में 2011 में अफ्रीकी धरती पर लगाया था ताबड़तोड़ शतक
यूसुफ पठान ने अपनी सबसे शानदार पारी अफ्रीका के सेंचुरियन में 2011 में खेली थी। उस मैच में अफ्रीका को डकवर्थ नियम के हिसाब से जीत जरूर मिली थी, लेकिन उस मैच के सबसे बड़े हीरो यूसुफ पठान ही थे। उस मैच में 250 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम इंडिया 98 रन पर 7 विकेट गंवा चुकी थी, उस मैच में उन्होंने 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 70 गेंदों में 105 रनों की पारी खेली थी। इसमें 8 चौके और 8 छक्के शामिल थे।
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