Tihar Jail: कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद जेल प्रशासन (Tihar Jail) ने कैदियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए सुरक्षा नियम लागू की है। इसका उद्देश्य जेल के भीतर भविष्य में होने वाली झड़पों और हिंसा को रोकना है जिसमे जेल स्टाफ, आईटीबीपी, तमिलनाडु पुलिस और अन्य अर्धसैनिक बलों (CRPF) से लिए गए 6-8 सुरक्षाकर्मियों को शामिल किया गया है। वे जेल के भीतर होने वाली हिंसा को रोकने के लिए जेल के भीतर ही नियमित अभ्यास करते हैं।
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कुख्यात गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद जेल प्रशासन (Tihar Jail) ने कैदियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नए सुरक्षा नियम की श्रृंखला लागू की है। जिसमे जेल प्रशासन (Tihar Jail) अब हिंसा और झड़प करने वाले कैदियों को लगाम लगाने के लिए और उनसे निपटने के लिए काली मिर्च स्प्रे जैसे गैर-घातक उपकरणों से लैस होंगे जहां कैदी व्यवधान पैदा करते हैं। इसका उद्देश्य अत्यधिक बल का सहारा लिए बिना स्थितियों को कम करना है। इसके अलावा हिंसक कैदियों को नियंत्रित करने के लिए अंतिम उपाय के रूप में बिजली के डंडों का उपयोग लागू किया गया है।
तिहाड़ जेल (Tihar Jail) प्रशासन के मुताबिक टिल्लू ताजपुरिया की हत्या के बाद हर जेल में 6 से 8 सुरक्षाकर्मियों की एक क्यूआरटी टीम बनाई गई है। इस टीम में जेल स्टाफ, आईटीबीपी, तमिलनाडु पुलिस और जो भी अर्धसैनिक बल तैनात हैं। इस टीम को दंगा रोधी प्रशिक्षण भी दिया गया है जो टीम समय-समय पर जेल के अंदर अभ्यास भी करती रहती है।
दिल्ली की जेलों में 5जी नेटवर्क जेल प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है क्योंकि दिल्ली की जेलों में लगे जैमर 3जी और 4जी नेटवर्क पर काम करते हैं और वह जैमर 5जी नेटवर्क पर काम नहीं कर पा रहे हैं। जिसके कारण 5G नेटवर्क का उपयोग करके अपराधी बाहरी दुनिया में अपना प्रभाव स्थापित कर पा रहे हैं। तिहाड़ जेल (Tihar Jail) प्रशासन के मुताबिक, जेलों में लगे जैमर भी 5G पर काम करने चाहिए। इसके अलावा जेल प्रशासन के मुताबिक लगाए गए जैमर 3जी और 4जी नेटवर्क पर काम करते हैं जबकि 2जी नेटवर्क भी जैमर को आसानी से चकमा दे देते हैं और यही कारण है कि अपराधी 2जी नेटवर्क वाले फोन का भी इस्तेमाल करते हैं।
तिहाड़ जेल (Tihar Jail) प्रशासन द्वारा सर्च ऑपरेशन चलाया गया जिसमे जेल प्रशासन ने 13 महीने में 1400 से ज्यादा मोबाइल फोन और सिम कार्ड जब्त किए हैं। जेल प्रशासन (Tihar Jail) के मुताबिक जेल नंबर एक से 82, दो से 33, तीन से 204, चार से 262, सात, एक, आठ और नौ से 269, रोहिणी जेल (10 नंबर) से 247 और जेल नंबर से 127 और 12 मंडोली से, 11 से 67, 13 से 74 और 15 से 64 मोबाइल फोन और सिम कार्ड बरामद किए गए हैं।
तिहाड़ जेल के डीजी संजय बेनीवाल ने बताया कि हमारी टीमें समय-समय पर अलग-अलग जेलों में चेकिंग अभियान चलाती हैं और इस दौरान इस बात का खास ख्याल रखा जाता है कि किसी भी कैदी के पास मोबाइल, तंबाकू या कोई अवैध सामान न हो और अगर किसी कैदी के पास यह पाया जाता है तो उसे जब्त कर लिया जाता है और उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। तिहाड़ प्रशासन (Tihar Jail) के मुताबिक, पिछले 13 महीनों में अलग-अलग जेलों से मोबाइल फोन के अलावा बड़ी संख्या में धारदार हथियार भी बरामद हुए हैं। जेल प्रशासन के मुताबिक, तिहाड़ की जेल नंबर एक से 56, दो से 26, तीन से 116 कैदी हैं। , चार से 55, सात से एक भी नहीं, आठ और नौ से 80, रोहिणी (Rohini)जेल (नंबर 10) से 6 और मंडोली जेल नंबर 11 से 64, 12 से 52, 13 से 45 और 15 से 26 चाकू बरामद किए गए। इनकी कुल संख्या है 616.
करीब 13 महीने में तिहाड़ जेल (Tihar Jail) नंबर एक से 950 ग्राम, जेल नंबर दो से 550 ग्राम, तीन से 850 ग्राम, चार से 750 ग्राम, सात से 250 ग्राम और रोहिणी से आठ और नौ से 650 ग्राम तंबाकू पदार्थ बरामद किया गया। 10 नवंबर जेल) मंडोली (जेल नंबर 11) से 700 ग्राम, 550 ग्राम, 12 से 500 ग्राम, 13 से 650 ग्राम और 15 से 450 ग्राम बरामद किए गए। यह नशीला पदार्थ कुल 6,850 ग्राम है। इस दौरान इन जेलों में की गई छापेमारी के दौरान कुल 181 पेन ड्राइव बरामद की गईं।
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