केरल पुलिस ने शनिवार को कोल्लम की बच्ची के अपहरण मामले में एक परिवार के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। अपराध एक साल की प्लानिंग के बाद किया गया था।
HIGHLIGHTS
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान इंजीनियर से व्यवसायी बने के.आर. पद्मकुमार (52), उनकी पत्नी एम.आर. अनिता कुमारी (45) और उनकी 20 वर्षीय बेटी पी. अनुपमा के रूप में की गई है। पूरी जांच का नेतृत्व कर रहे एडीजी एम.आर. अजित कुमार ने तीनों आरोपियों को कोल्लम जिले के पूयापल्ली के स्थानीय पुलिस स्टेशन में लाने के बाद पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने बताया कि अभी तक तीन आरोपी हैं और उन सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है। एडीजी ने कहा, "पद्मकुमार एक कंप्यूटर साइंस इंजीनियर हैं और बिजनेस करते हैं। कोविड के बाद से, उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है और भले ही उनके पास 5 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति है। लेकिन वर्तमान में वह 5 करोड़ रुपये के कर्ज में डूबे हुए हैं।" पद्मकुमार ने अपने आस-पास कई लोगों को चोरी-छिपे पैसा कमाते देखने के बाद उन्होंने भी किसी भी तरह से पैसा कमाने का फैसला किया। पूरा परिवार एक साल के लिए प्लानिंग बना रहा था और बीच में उन्होंने विचार छोड़ दिया, लेकिन 45 दिन पहले पैसे जुटाने की जरूरत सामने आई और प्लानिंग फिर से शुरू की। उन्होंने कहा कि इसे अंजाम देने के लिए वे इधर-उधर वाहन चला रहे थे। वास्तविक अपराध से एक सप्ताह पहले उन्होंने छह साल की बच्ची और उसके भाई को सड़क पर चलते देखा। अजित कुमार ने कहा कि कुछ दिनों तक उन्होंने निरीक्षण किया और दो अवसरों पर वे असफल रहे क्योंकि बच्चों के साथ अन्य लोग भी थे। लेकिन सोमवार को वारदात को अंजाम दिया, लेकिन 10 साल लड़के ने कड़ा प्रतिरोध किया। उनके पास एक कागज का टुकड़ा था, जिसमें एक मोबाइल नंबर लिखा था।
बच्ची की सुरक्षित वापसी के लिए फिरौती के रूप में 10 लाख रुपये की मांग की गई थी। लेकिन लड़के के प्रतिरोध के कारण कागज वाहन के अंदर ही गिर गया और उनकी योजना विफल हो गई। जब दंपति उसके माता-पिता को टेलीफोन करने के लिए बाहर गए तो दंपति की बेटी अनुपमा एक घंटे या उससे अधिक समय तक लड़की के साथ थी। अनिता कुमारी ने ही महिला दुकानदार का मोबाइल लिया और लड़की के माता-पिता को फोन कर फिरौती की रकम मांगी। अनुपमा बीएससी कंप्यूटर साइंस की ड्रॉप आउट है, लेकिन वह एक सोशल मीडिया स्टार है। वह प्रति माह लगभग 3 से 5 लाख रुपये की मासिक कमाई करती थी, लेकिन इस साल जुलाई के बाद उसका अकाउंट ब्लॉक कर दिया गया और इसलिए पैसे की जरूरत फिर से बढ़ गई। अनिता कुमारी ने लड़की को एक ऑटो रिक्शा में ले लिया और मंगलवार को कोल्लम के मैदान पर छोड़ दिया। उन्होंने उन निराधार सोशल मीडिया चर्चाओं को खारिज कर दिया कि अपहृत लड़की के पिता की कोई भूमिका हो सकती है। उन्होंने कहा, रेजी (लड़की के पिता) की इस मामले में कोई भूमिका नहीं है। फिलहाल केवल ये तीन आरोपी हैं और हम जांच जारी रखेंगे। शुक्रवार दोपहर करीब 1.30 बजे केरल पुलिस ने तमिलनाडु के तेनकासी के पास संदिग्धों को ट्रैक किया और उन्हें अपनी हिरासत में ले लिया। फिर उन्हें अडूर में एक पुलिस शिविर में लाया गया और विस्तृत पूछताछ के बाद शनिवार सुबह उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। लड़की अपने दस वर्षीय भाई के साथ 27 नवंबर को एक ट्यूशन सेंटर से लौट रही थी, जब उसका अपहरण कर लिया गया था। अगले दिन उसे छोड़ दिया गया। दो दिनों तक चिकित्सकीय निगरानी में रहने के बाद, बच्ची को एक मजिस्ट्रेट के पास ले जाया गया, जहां घर भेजने से पहले उसका बयान दर्ज किया गया।
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