बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर आज दिल्ली सरकार ने डॉ. बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस की शुरुआत की है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि, ''दिल्ली सरकार के ''स्पेशलाइज्ड स्कूल ऑफ एक्सीलेंस'' को अब ''भीमराव आंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस'' के नाम से जाना जाएगा।
स्कूलों का नाम बदलने का फैसला सरकार ने राज्य नामकरण प्राधिकरण की बैठक के दौरान लिया
केजरीवाल ने यह बात भीमराव आंबेडकर जयंती के मौके पर ऐसे ही एक स्कूल की शुरुआत के कार्यक्रम के दौरान कही। केजरीवाल ने कहा, बाबा साहब आंबेडकर ने शिक्षा पर सबसे ज्यादा जोर दिया और उन्हें श्रद्धांजलि देने का इससे बेहतर तरीका और क्या हो सकता है कि हमारे स्कूलों का नाम उनके नाम पर रखा जाए।
स्कूलों का नाम बदलने का फैसला सरकार ने मंगलवार को हुई राज्य नामकरण प्राधिकरण की बैठक के दौरान लिया। शहर में इस तरह के 31 स्कूल हैं, जिनमें से 30 का नाम डॉ बीआर आंबेडकर के नाम पर रखा जाएगा, जबकि सशस्त्र बल तैयारी स्कूल का नाम क्रांतिकारी भगत सिंह के नाम पर रखा जा चुका है।
क्या बोले केजरीवाल
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि हम बाबा साहब का सपना पूरा करना चाहते हैं। अब स्कूलों पर बहस होने लगी है। यह बहुत ही सकारात्मक बदलाव है। हमसे पहले कहा जाता था कि ऐसा नियम बना दिया जाए कि सभी नेताओं और सरकारी बाबुओं के बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ें तो स्कूल अपने आप ही ठीक हो जाएंगे। लेकिन हमने कहा नहीं, हम दूसरा मॉडल ले आए। हमने सरकारी स्कूल ही ऐसे बना दिए कि हर कोई वहां आकर पढ़े। अब दिल्ली के सरकारी स्कूलों में अमीर और गरीब सबके बच्चे एक साथ पढ़ते हैं, यही तो था बाबा साहब का सपना।
केजरीवाल ने कहा, हम चाहते हैं कि ऐसे ही देश में शिक्षा और स्वास्थ्य पर राजनीति हो ताकि देश के हर कोने में बच्चों को अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य मिले, जिससे देश आगे बढ़े।