जहांगीरपुरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना खुद हिंसा की पूरी कहानी बताई और कई अहम सवालों के जवाब भी दिए।साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि उत्तर पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में हुई सांप्रदायिक हिंसा की हर संभव पहलुओं की जांच की जाएगी।
हिंसा में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाग लेने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाए
आयुक्त ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, मामले की सभी पहलुओं से जांच की जाएगी और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हिंसा में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से भाग लेने वाले किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार किया जाए।
उन्होंने बताया कि स्पेशल सेल की इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (आईएफएसओ) यूनिट को सभी डिजिटल सबूतों का विस्तृत विश्लेषण करने और इसमें शामिल संदिग्धों की पहचान करने और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू करने का काम दिया गया है।
शाखा ने लगभग 14 टीमों का गठन किया
विशेष रूप से, मामला औपचारिक रूप से दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा को स्थानांतरित कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस के शीर्ष अधिकारी ने कहा, अपराध शाखा ने लगभग 14 टीमों का गठन किया है जो सभी कोणों से घटना की जांच करेगी। उन्होंने कल से जांच शुरू कर दी है और हम जांच के दौरान नियमित रूप से अपडेट साझा करेंगे।
सोशल मीडिया के जरिए शांति भंग करने की कोशिश कर रहे
कमिश्नर ने कहा कि शोभायात्रा के पिछले हिस्से में जो लोग मौजूद थे उनके साथ वहां पर खड़े लोगों के साथ टकराव हुआ और पथराव शुरू हुए, इसमें 9 लोग घायल हुए जिनमें से 8 पुलिस अधिकारी हैं। मामले में अब तक 23 लोग गिरफ्तार हुए हैं। सोशल मीडिया की वीडियो फुटेज की जांच की जा रही है। कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं। हम सोशल मीडिया पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और गलत सूचना फैलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जनता अफवाहों पर ध्यान न दें।
पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि अमन कमेटी के साथ मिलकर संवेदनशीन इलाकों में शांति रखने का प्रयास किया जा रहा है। किसी भी वर्ग, पंथ, समुदाय और धर्म के लोग अगर दोषी पाए गए खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।