लोकसभा चुनाव 2024

पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

दूसरा चरण - 26 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

89 सीट

तीसरा चरण - 7 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

94 सीट

चौथा चरण - 13 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

96 सीट

पांचवां चरण - 20 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

49 सीट

छठा चरण - 25 मई

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

सातवां चरण - 1 जून

Days
Hours
Minutes
Seconds

57 सीट

लोकसभा चुनाव पहला चरण - 19 अप्रैल

Days
Hours
Minutes
Seconds

102 सीट

1.36 करोड़ लोग सात लोकसभा सीटों का करेंगे फैसला

यह संख्या पिछले लोकसभा चुनाव से करीब दस लाख ज्यादा मगर पिछले वर्ष के मुकाबले 1,19,575 कम है। यह स्थिति तब है जब इस वर्ष 1,41,514 नए वोटरों को जोड़ा गया है।

नई दिल्ली : आगामी लोकसभा चुनाव में दिल्ली के 1,36,95,291 वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग कर सात सीटों का फैसला करेंगे। यह संख्या पिछले लोकसभा चुनाव से करीब दस लाख (7.78 प्रतिशत) ज्यादा मगर पिछले वर्ष के मुकाबले 1,19,575 कम है। यह स्थिति तब है जब इस वर्ष 1,41,514 नए वोटरों को जोड़ा गया है। हालांकि इस दौरान 61, 999 वोटरों के नाम काटे भी गए हैं। इस दौरान लिंगानुपात में भी चार की बढ़ोतरी हुई है। दिल्ली के मुख्य चुनाव आयुक्त डॉ. रणबीर सिंह के अनुसार पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष दिल्ली की जनसंख्या में अनुमानित करीब पौने चार लाख की बढ़ोतरी हुई है।

जबकि पुरूष वोटरों की संख्या में 86,375 और महिला वोटरों की संख्या में 33,134 कही कमी हो गई। इस दौरान थर्ड जेंडर के लोगों की संख्या भी 76 कम हो गई। अच्छी बात यह है कि इस दौरान लिंगानुपात 808 से बढ़कर 812 हो गया। दिल वालों की दिल्ली अब धीरे-धीरे बूढ़ी हो चली है। दिल्ली के मुख्य चुनाव आयुक्त के आंकड़ों की मानें तो पिछले साल के अनुपात में इस वर्ष नए वोटरों (18 साल) की संख्या 5,749 कम हो गई है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष 1,03,433 थी, जो इस वर्ष 97,684 रही।

वहीं 20-29 वर्ष आयु वर्ग के वोटरों की संख्या भी तीन लाख से भी ज्यादा कम हो गई। वहीं 30-39 साल आयु वर्ग के वोटरों की संख्या 41 हजार बढ़ी है, जबकि 40-49 वर्ष आयु वर्ग में 36 हजार से ज्यादा, 50-59 वर्ष आयु वर्ग में 63 हजार से ज्यादा, 60-69 वर्ष आयु वर्ग में करीब 20 हजार, 70-79 वर्ष आयु वर्ग में 23 हजार से ज्यादा और 80 साल से ज्यादा आयु वर्ग के वोटरों की संख्या में करीब छह हजार की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके बाद भी राजधानी में 30-39 वर्ष आयु वर्ग के वोटरों की संख्या सबसे ज्यादा है।

इसके बाद 40-49 वर्ष आयु वर्ग और 20-29 वर्ष आयु वर्ग के वोटरों की संख्या ज्यादा हैं। लिंगानुपात के मामले में इस वर्ष दिल्ली के वोटरों में काफी सुधार देखा जा रहा है। इस वर्ष वोटरों के सकल लिंगानुपात में चार की बढ़ोतरी हुई है। अच्छी बात यह है कि सबसे ज्यादा बढ़ोतरी नए वोटरों (18) में हुई है। यह 632 से बढ़कर 702 हो गई है। वहीं 20-39 वर्ष आयु वर्ग के लिंगानुपात में कोई बदलाव नहीं आया है।

जबकि 40-49, 50-59, 70-79 और 80 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है, लेकिन 60-69 वर्ष आयु वर्ग में लिंगानुपात 905 से घटकर 893 हो गया है। वहीं दिल्ली के वोटरों में सबसे बेहतर लिंगानुपात 70-79 वर्ष आयु वर्ग में पाया गया, जो पिछले वर्ष के 1037 से बढ़कर इस वर्ष 1059 हो गया। अगर विधानसभा क्षेत्र के अनुसार देखें तो 944 के साथ तिलक नगर में लिंगानुपता सबसे बेहतर है, जबकि 646 के साथ ओखला का लिंगानुपता सबसे कम पाया गया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

16 + 17 =

पंजाब केसरी एक हिंदी भाषा का समाचार पत्र है जो भारत में पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली के कई केंद्रों से प्रकाशित होता है।