छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में स्थित स्टील अथॉरिटी ऑफ इण्डिया लिमिटेड (सेल) के भिलाई इस्पात संयंत्र में हुए हादसे में मरने वाले कर्मचारियों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। वहीं घायल हुए 12 अन्य का इलाज चल रहा है। दुर्ग जिले के पुलिस अधीक्षक संजीव शुक्ला ने बताया कि जिला में स्थित भिलाई इस्पात संयंत्र में हुए हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है।
इस हादसे में मंगलवार को नौ कर्मचारियों की मृत्यु हो गई थी तथा 14 अन्य घायल हो गए थे। घायलों में से दो की मंगलवार देर रात इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। अभी भी 12 कर्मचारी अस्पताल में भर्ती हैं। शुक्ला ने बताया कि जिन कर्मचारियों की अस्पताल में मृत्यु हुई है वह 80 फीसदी से ज्यादा झुलस गए थे।
भिलाई इस्पात संयंत्र में मंगलवार सुबह करीब 10:30 बजे नियमित मरम्मत कार्य के दौरान कोक ओवन बैटरी कॉम्प्लेक्स नंबर 11 के गैस पाइप लाइन में आग लग गई थी। इस घटना में नौ लोगों की मृत्यु हो गई थी तथा 14 घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को मरे नौ कर्मचारियों में छह उर्जा प्रबंधन विभाग के और तीन दमकल विभाग के कर्मचारी हैं।
संयंत्र में जिस वक्त हादसा हुआ वहां उर्जा प्रबंधन विभाग और दमकल विभाग के लगभग 25 कर्मचारी मौजूद थे। भिलाई इस्पात संयंत्र के अधिकारियों ने बताया कि घटना के बाद कल केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री विष्णुदेव साय ने देर शाम अस्पताल का दौरा किया था। साय ने संवाददाताओं को बताया था कि घटना की जांच के लिए चार सदस्यीय एक उच्च स्तरीय जांच समिति बनाई गई है।
साय ने कहा था कि जल्द ही इसकी जांच की जाएगी तथा मृतकों के परिजन को उचित अनुग्रह राशि दी जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय इस्पात मंत्री चौधरी बीरेंद्र सिंह और मुख्यमंत्री रमन सिंह घायल कर्मचारियों का हालचाल जानने आज भिलाई के अस्पताल का दौरा करेंगे। उन्होंने बताया कि वे इस दौरान संयंत्र प्रबंधन और दुर्ग जिला प्रशासन से घटना की जानकारी भी लेंगे।