नई दिल्ली, (पंजाब केसरी): सिविल लाइंस इलाके में दिल्ली के मशहूर बिल्डर की निर्मम हत्या के बाद लाखों की लूट करने वाला नाबालिग 2 साल पहले उनके ही घर पर काम करता था। यह खुलासा तब हुआ जब क्राइम ब्रांच की टीम ने मेट्रो पुलिस की टीम के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई करते हुए इस वारदात में शामिल दोनों नाबालिगों को ट्रेस कर पकड़ा। पकड़े गए नाबालिग आरोपी ने खुलासा किया कि 2 साल पहले चोरी के आरोप में उसे घर से निकाल दिया गया था। जिसका बदला लेने के लिए उसने अपने साथी के साथ इस वारदात को अंजाम दिया। दोनों ही आरोपी बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले हैं।
पुलिस ने इनके कब्जे से 10 लाख से ज्यादा लूटी गई रकम, कुछ जेवर, विदेशी करेंसी, वारदात में इस्तेमाल हथियार, वारदात में इस्तेमाल चोरी की बाइक व अन्य चीजें बरामद की है। पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उन्होंने इस लूट को अंजाम देने के लिए खास तौर से 28 अप्रैल को एक बाइक चुराई थी। साथ ही लाजपत नगर इलाके से खिलौने वाली पिस्टल और चाकू खरीदा था। आरोपी ने बताया कि 2 साल पहले 3 महीनों के लिए घर में काम करने की वजह से उसे घर की पूरी स्थिति का पता था। साथी व मृतक बुजुर्ग की रोजाना रूटीन की भी पूरी जानकारी रखता था। उसे पता था कि किस समय घर का दरवाजा खुलता है और सुरक्षाकर्मी मौजूद नहीं होते।
पुलिस अधिकारी ने बताया की आरोपियों को ट्रेस करने के लिए पुलिस की टीम में कई सीसीटीवी फुटेज के साथ डंप डाटा व अन्य टेक्निकल सर्विलांस की मदद ली। जांच के दौरान ही पुलिस को यह पता चला कि आरोपी मेट्रो से सफर कर रहे थे। जिसके बाद मेट्रो पुलिस की मदद ली गई और भीड़भाड़ वाले तमाम मेट्रो स्टेशन पर निगरानी बढ़ा दी गई।
मेट्रो कार्ड के कारण पकड़े गए आरोपी….
जांच के दौरान पुलिस को आरोपियों द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं उनके मेट्रो कार्ड का पता चला। जिसके आधार पर पुलिस टीम पूरी सतर्कता के साथ उन्हें ट्रेस करने में जुट गई। पुलिस टीम को इसी बीच पता चला कि एक आरोपी मेट्रो में दाखिल हुआ है। जिसके बाद पुलिस टीम उसे फॉलो करने लगी और राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर उसे पकड़ लिया। पकड़े जाने के बाद पता चला कि आरोपी 18 साल से कम उम्र का है। आगे उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस ने उसके दूसरे साथी को दिल्ली के मुकुंदपुर इलाके से उसके किराए वाले घर से पकड़ लिया।
उसी घर से पुलिस ने लूटी गई रकम, लूटे गए जेवर, विदेशी करेंसी के साथ ही अन्य चीजें भी बरामद की। पूछताछ में पता चला की जो आरोपी 2 साल पहले मृतक के घर पर काम करता था उसे उसके पिता के कहने पर उस घर में नौकरी पर रखा गया था। बताया जाता है कि आरोपी नाबालिग का पिता भी मृतक के घर पर चालक के तौर पर नौकरी करता था। फिलहाल पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रही है।