नई दिल्ली : हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी वीरता पुरस्कार के लिए बच्चे चिन्हित किए गए हैं। इस बार देश के जम्मू-कश्मीर से लेकर ओडिशा तक के 22 बच्चों को इसके लिए चुना गया है। जिसमें से दो जम्मू-कश्मीर से हैं। दरअसल गैर सरकारी संस्था भारतीय बाल कल्याण परिषद (इंडियन काउंसिल ऑफ चाइल्ड वेलफेयर) ने पुरस्कारों की घोषणा कर दी है।
इस बार चुने गए 22 बच्चों में से 10 लड़कियां व 12 लड़के शामिल हैं। वहीं कर्नाटक का एक ऐसा लड़का भी शामिल है जिसने राज्य में बाढ़ के दौरान एक एंबुलेंस को रास्ता दिखाया था। जबकि केरल के कोझिकोड़ के 16 वर्षीय मोहम्मद मुहसीन को मरणोपरांत आईसीसीडब्ल्यू अभिमन्यु पुरस्कार के लिए चुना गया है।
दरअसल उसने गत वर्ष समुद्र में मौसम खराब हो जाने पर अपने तीन साथियों की जान बचाई थी लेकिन उसकी मौत हो गई थी। वीरता पुरस्कार के लिए चुने गए बच्चे गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा नहीं होंगे। परिषद ने इस साल से पुरस्कारों के नाम भी बदल दिए हैं।
पहले संजय चोपड़ा, गीता चोपड़ा, बापू गेधानी नाम से पुरस्कार दिए जाते थे। इस बार से इनके स्थान पर मार्कंडेय पुरस्कार, ध्रुव पुरस्कार, अभिमन्यु पुरस्कार, प्रह्लाद पुरस्कार व श्रवण नाम से पुरस्कार दिया जाएगा।