लॉकडाउन के निर्देशों का उल्लंघन करने के आरोप में मजनू का टीला गुरुद्वारा प्रबंधन के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। पुलिस ने स्थानीय प्रशासन को बिना सूचना दिए वहां ठहरने के आरोप में ये मामला दर्ज किया है। दरअसल, केंद्र सरकार ने कोरोन वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू किया है।
ये पूरे देश में 21 दिनों के लिए लागू है। बता दें लॉकडाउन के चलते 225 लोग ने गुरुद्वारा में पनाह लिए थे लेकिन गुरुद्वारा ने इसकी जानकारी पुलिस-प्रशासन को नहीं दी।गुरुद्वारे में ठहरे ये लोग ज्यादातर पंजाब के प्रवासी मजदूर थे जो दिल्ली में रहते थे, लेकिन अचानक लॉकडाउन के कारण वे दिल्ली में फंस गए।
लिहाजा इन लोगों ने गुरुद्वारे में शरण ले रखी थी। वही मजनू का टीला गुरुद्वारे में पनाह पाए लोगों के मामले में भी प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। कुछ दिन पहले गुरुद्वारा प्रबंधन ने दिल्ली सरकार से आग्रह किया था कि गुरुद्वारे के सराय का इस्तेमाल आइसोलेशन वार्ड के लिए किया जा सकता है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे पत्र में गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिरसा ने कहा था कि गुरुद्वारे के 20 कमरे आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं जिनका इस्तेमाल क्वारनटीन के लिए किया जा सकता है। पत्र में कहा गया था कि प्रबंधन हेल्थ स्टाफ के लिए अलग से कमरे मुहैया कराएगा, साथ ही गुरुद्वारे की विशाल पार्किंग का भी उपयोग किया सकता है।