दिल्ली में रविवार की बीती रात को हिंसा को लेकर अफवाह फैलाने के आरोप में पुलिस ने 24 लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने नार्थ-ईस्ट दिल्ली से 21, सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट से 2 और रोहिणी से 1 व्यक्ति को अब तक गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही दिल्ली पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की है।
इससे पहले पुलिस ने सोमवार को 3 लोगों को हिरासत में लिया। जिसके बाद इनमें से दो को पूछताछ के बाद रिहा कर दिया, जबकि एक शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार को यह जानकारी रोहिणी जिले के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) शंखधर मिश्रा ने दी। उन्होंने आगे बताया, “गिरफ्तार शख्स का नाम विकास है। विकास आटो चलाता है।
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विकास ने रात के वक्त मोबाइल से जिला पुलिस कंट्रोल रुम को कॉल कर दी थी कि इलाके में दंगा फैल गया है।” अमन विहार इलाके में मौके पर पुलिस ने विकास को पकड़ लिया। डीसीपी के मुताबिक, “विकास ने कंट्रोल रुम को सूचना दी थी कि अमन विहार के ए ब्लाक में गोलियां चल रही हैं। दंगा फैल गया है। जबकि मौके पर पहुंचने पर पुलिस को पता चला कि यह सिर्फ अफवाह थी। आरोपी को गिरफ्तार करके सोमवार को अदालत में पेश किया गया है।”
एसीपी के मुताबिक, “दूसरे मामले में दो लड़कों- पुनीत और शिव नंदन को हिरासत में लिया गया। शिव नंदन ने भी कंट्रोल रूम को रविवार रात करीब साढ़े सात बजे सूचना दी थी कि उसके इलाके में गोलीबारी हो रही है। जबकि पुनीत ने सूचना दी थी कि, बच्चे दंगाईयों के बीच फंस गए हैं।” एसीपी एस.डी. मिश्रा के मुताबिक, “मौके पर पहुंची पुलिस को पता चला कि दोनो ने सिर्फ अफवाह फैलाई थी। दोनों की सूचना गलत निकली।
मोटर साइकिल के साइलेंसर से निकलने वाली आवाज को इन लोगों ने पुलिस कंट्रोल रुम को गोलियां चलने की आवाज बता दी थी।” पुलिस ने इन दोनों को जांच के बाद रिहा कर दिया है। दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला है कि, रविवार की रात दिल्ली में दंगे फैलने की अफवाह फैलाने के लिए बाकायदा साजिश के तहत बाहरी लोगों की मदद ली गई। दिल्ली के बाहर जिन लोगों ने योजना रची, वे लोग भी पुलिस के निशाने पर आ गए हैं।