दिल्ली की एक अदालत ने फ्रीलांस पत्रकार राजीव शर्मा, चीनी महिला और नेपाली पुरुष को आधिकारिक गुप्त अधिनियम मामले सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजा है। राजीव शर्मा को चीनी खुफिया एजेंसी को संवेदनशील जानकारियां देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
राजीव शर्मा कुछ भारतीय मीडिया संगठनों के साथ-साथ चीन के ग्लोबल टाइम्स अखबार के लिए भी रक्षा मामलों पर लिखता था। पुलिस के मुताबिक चीनी खुफिया एजेंटों ने कथित तौर पर 2016 में उससे संपर्क किया था। शर्मा कुछ चीनी खुफिया अधिकारियों के संपर्क में भी था।
पुलिस ने दावा किया कि फ्रीलांस पत्रकार को “गत डेढ़ साल में 40 लाख रुपये मिले। उसे प्रत्येक सूचना के बदले एक हजार अमेरिकी डॉलर (मौजूदा विनिमय दर के हिसाब से करीब 73 हजार रुपये) मिलते थे।” केंद्रीय खुफिया एजेंसी की सूचना के आधार पर शर्मा को 14 सितंबर को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसके पास से रक्षा मंत्रालय के जुड़े गोपनीय दस्तावेज भी बरामद किए थे।