दम घोंटू वायु प्रदूषण से दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के लोग ही परेशान नहीं है। रविवार को इसका असर सड़कों और आसमान में भी साफ दिखा। छिटपुट बारिश के बाद कोहरा सा छा जाने से विजिबिलिटी पर खासा असर पड़ा तो हवाई यातायात भी बाधित हुआ।
विजिबिलिटी कम होने की वजह से पालम हवाई अड्डे पर आने वाली 32 उड़ानों को दूसरे स्थानों पर डायवर्ट करना पड़ा। हल्की फुहारों के बाद धुंध ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को अपने आगोश में ले लिया जिससे विजिबिलिटी पर बहुत बुरा असर पड़ा और पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर लगातार बढ़ता रहा। दम घोंटू वायु प्रदूषण से सड़कों पर लोग मास्क लगाए नजर आये।
यही नहीं बारिश की वजह से धुंध छा जाने पर सड़कों पर वाहन चालकों ने गाड़ी चलाते समय लाइट जलाकर रखी। हवाई अड्डा अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार खराब मौसम के कारण प्रात: नौ बजे से टर्मिनल तीन पर विमानों के परिचालन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार खबर लिखे जाने तक 32 उड़ानों को लखनऊ, जयपुर और अमृतसर की ओर डायवर्ट किया गया है। दिल्ली सरकार प्रदूषण को देखते हुए स्कूलों में पांच नवंबर तक अवकाश का एलान कर चुकी है। अब नोएडा और गाजियाबाद में भी पांच नवंबर तक सभी स्कूल बंद रहेंगे।
दिल्ली में कल से वाहनों पर सम-विषम योजना भी लागू हो रही है जो 15 नवंबर तक चलेगी। इस दौरान वाहन के नंबर का आखिरी अंक सम होने पर यह सम तिथि को चलाने की अनुमति होगी। उदाहरण के लिए यदि वाहन के नंबर का अंतिम अंक शून्य, 2, 4, 6 और आठ है तो इसे सम तिथि पर अर्थात 4, 6, 8, 10, 12, और 14 तारीख को चलाने की अनुमति होगी। विषम नंबर के वाहन को विषम तिथि पर चलाने की अनुमति रहेगी।
इस बार सीएनजी वाहनों को भी इससे छूट नहीं दी गई। रविवार को एनसीआर का गाजियाबाद सबसे अधिक प्रदूषित रहा। वहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बेहद खतरनाक स्थिति 868 पर रहा। दिल्ली में यह आपातकाल स्थिति 625 तो गुड़गांव में भी इसी श्रेणी में 737 है। फरीदाबाद में कुछ राहत है, फिर भी यह खतरनाक श्रेणी में 501 एक्यूआई पर है जबकि नोएडा में आपातकाल स्थिति में 667 एक्यूआई पर है।